मेरठ। लिसाड़ीगेट और कोतवाली क्षेत्र के कई इलाकों में शनिवार रात एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाॅड) ने स्थानीय पुलिस टीम के साथ छापा मारा। यहां पोपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े कुछ सदस्यों और अन्य संदिग्ध लोगों को उठाया गया। इनमें लिसाड़ीगेट की शाहजहां काॅलोनी के युवक सहित अन्य से घंटों तक पूछताछ की गई। यह टीम सबसे अधिक लिसाड़ीगेट में ही पड़ताल करती रही। कोतवाली क्षेत्र में यह कुछ कम समय के लिए रही।
बताया जा रहा है कि सीएए हिंसा से लेकर अन्य राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों के नेटवर्क तलाशने के लिए टीम ने यह कार्रवाई की। पीएफआई से जुड़े सदस्यों और उनकी सक्रियता की पड़ताल के लिए कई लोगों के खातों के लेनदेन और विदेश में फंडिंग के बारे में भी जानकारी मांगी गई है।
एटीएस को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि लिसाड़ीगेट और आसपास के क्षेत्र में पीएफआई से जुड़े सदस्य लगातार सक्रिय हैं। इसके चलते ही टीम ने शनिवार को यहां अचानक दबिश दी। यहां से कुछ युवकों को हिरासत में लेने के बाद अलग-अलग चौकी क्षेत्रों में ले जाकर उनसे पूछताछ की गई। बताया जा रहा है कि उससे कुछ अहम जानकारियां मिली हैं। सीओ कोतवाली अमित कुमार राय का कहना है कि एटीएस अपने स्तर पर यह छानबीन कर रही है। पुलिस स्थानीय स्तर पर सहयोग दे रही है।
करीब तीन महीने पहले एटीएस ने खरखौदा, लिसाड़ीगेट, देहलीगेट सहित अन्य क्षेत्रों में छापा मारा था। यहां से फुरकान, मुनीर, फहीम सहित अन्य को पकड़ा गया था। फतेहउल्लाहपुर चौकी के सामने ही रहने वाले एक अधविक्ता को भी हिरासत में लिया गया था। वह लंबे समय से पीएफआई से जुड़ा हुआ था।