झांसी : यूपी सरकार में मंत्री मनोहर लाल के काफिले पर हमला हुआ है। भीड़ ने घेरकर सुरक्षाकर्मी समेत मंत्री के स्टाफ को जमकर पीटा और पिस्टल लूट ली। पुलिस ने पिस्टल बरामद कर ली है। पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। ग्वालियर-डबरा हाईवे पर गाड़ी आगे निकालने को लेकर विवाद हुआ था।
यूपी के श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ (मन्नू कोरी) के काफिले पर ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में भीड़ ने हमला बोल दिया। शुक्रवार शाम को मंत्री के सुरक्षाकर्मी समेत स्टाफ को गाड़ी से नीचे घसीटकर लात-घूंसों से पीटा।
सुरक्षाकर्मी को पीटने के साथ ही भीड़ में शामिल लोग उसकी सर्विस पिस्टल लूट ले गए। मंत्री के काफिले पर हमले की खबर मिलने से पुलिस महकमे में खलबली मच गई। आला पुलिस अफसर भी पहुंच गए। पुलिस ने देर शाम नाकेबंदी करके दो आरोपियों को गिरफ्तार करके पिस्टल बरामद कर ली।
शुक्रवार देर रात तीन आरोपी और गिरफ्तार कर लिए गए। अब तक कुल पांच आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहर लाल शुक्रवार को आगरा में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद ग्वालियर के रास्ते लौट रहे थे।
जनसंपर्क अधिकारी सोनू चौबे के मुताबिक, मंत्री का काफिला ग्वालियर-डबरा हाईवे से होते हुए जैसे ही बघेल ढाबा के पास पहुंचा जाम लगा होने से चालक ने उल्टे हाथ से गाड़ी निकालने की कोशिश की।
इस दौरान एक बाइक सवार से गाड़ी निकालने को लेकर बहस होने लगी। काफिले में मौजूद सुरक्षाकर्मी सर्वेश कुमार ने बाइक सवार को थप्पड़ जड़ दिए। बाइक सवार धमकाता हुआ चला गया। कुछ दूर पहुंचने पर युवक अपने साथ 10-15 लोग को बुलाकर मंत्री की कार को घेर लिया।
सुरक्षाकर्मी सर्वेश कुमार, अर्दली राकेश कुमार, पीआरओ सोनू को नीचे उतारकर जमकर पीटा। मंत्री के सामने ही लात-घूंसों से पीटने लगे। आरोपी सर्वेश कुमार की नाइन एमएम पिस्टल एवं दस राउंड कारतूस भी लूट ले गए।
मंत्री के काफिले पर हमले की सूचना मिलते ही पुलिस अफसरों में हड़कंप मच गया। मौके पर आला अफसर पहुंच गए। घटना के बाद पहुंचे पुलिस के आला अफसरों ने खोजबीन कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर पिस्टल बरामद कर ली थी। एमपी के थाना बिलौआ पुलिस ने देर रात तीन लोगों को और गिरफ्तार कर लिया। मंत्री के जनसंपर्क अधिकारी सोनू चौबे ने बताया कि पुलिस ने तीन आरोपियों को और गिरफ्तार करने की सूचना है अब तक 5 आरोपी गिरफ्तार हो गए हैं। उन्होंने बताया कि घटना के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री सहित प्रदेश के कई नेताओं और मंत्रियों ने मंत्री जी से बात कर घटना की जानकारी ली।