बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद के रमाला गांव में शनिवार को केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान का विरोध किए जाने की कोशिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया। बताया गया कि केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान भाजपा के किसान चौपाल कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे लेकिन कुछ किसान नेता केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान को काले झंडे दिखाने की फिराक में थे। जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तकरीबन आधा दर्जन से ज्यादा किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया गया।

जानकारी के अनुसार रमाला गांव में आयोजित भाजपा के किसान चौपाल कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने पहुंचने वाले थे। इसी दौरान क्षेत्र के कुछ किसान नेता उनके विराेध में सड़क पर जमा हो गए।

बताया गया कि दोपहर को संजीव बालियान कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे लेकिन किसान नेता मुख्य मार्ग पर पहुंच गए और काले झंडे दिखाने की फिराक में जुट गए। हालांकि सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और किसान नेताओं को समझाने की कोशिश की। लेकिन किसान नेताओं की पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई।

पुलिस ने आधा दर्जन किसानों को हिरासत में ले लिया और थाने ले गई। वहीं मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। रमाला बस स्टैंड पर भी पुलिस बल तैनात है। बता दें कि किसान आंदोलन को लेकर क्षेत्र के किसान नेताओं और खापों में काफी रोष है। वहीं किसान नेताओं का कहना है कि यदि भाजपा नेताओं को गांव में आना है तो उन्हें पद से इस्तीफा देकर आना होगा।

हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान संजीव बालियान ने कहा था कि जो इनको काला कानून कहते हैं वह बताएं कि इसमें काला क्या है? सरकार किसानों की बात मानकर संशोधन करने के लिए तैयार है। जो अफवाह फैला रहे हैं कि किसान की जमीन छिन जाएगी, मैं खुले मंच से कहता हूं पूरे देश में इन कानूनों से एक किसान की भी जमीन गई तो त्यागपत्र देने वाले वह पहले मंत्री और सांसद होंगे।