नई दिल्ली. हैकर्स अब Epic Games, Steam, GOG Galaxy और EA Origin जैसे गेमिंग प्लेटफॉर्म पर यूजर्स के गेमिंग अकाउंट तक पहुंच हासिल करने के लिए मैलवेयर का इस्तेमाल कर रहे हैं. ब्लडीस्टीलर ट्रोजन नाम का यह मैलवेयर कथित तौर पर यूरोप, लैटिन अमेरिका और एशिया-पैसिफिक रीजन के यूजर्स को इंफेक्ट कर रहा है. एक्सिस पाने के लिए ब्लडीस्टीलर ट्रोजन यूजर्स की बैंकिंग जानकारी, पासवर्ड, फॉर्म, कुकीज तक पहुंच रहा है. लेकिन इसको रोकना का एक तरीका है. आइए सबसे पहले जानते हैं कि कैसे लोगों को कंगाल बनाया जा रह है…
ब्लीपिंग कंप्यूटर की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्लडीस्टीलर ट्रोजन मैलवेयर महीनों से यूजर्स को टारगेट कर रहा है. और सुरक्षा फर्म कैस्पर्सकी के रिसर्चर्स द्वारा खोजा गया था. सुरक्षा फर्म के अनुसार, मैलवेयर को केवल गेम को ध्यान में रखकर नहीं बनाया गया है, लेकिन फिर भी कई जाने-माने गेमिंग एप्स को टारगेट करके जानकारी एकत्र की जा सकती है जिसे बाद में डार्क वेब पर बेचा जाता है.
अधिकतर यूजर्स के अकाउंट को इसलिए हैक करना आसान होता है क्योंकि वो गलती कर बैठते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, समस्या तब पैदा होती है जब यूजर्स संदिग्ध एप्स या फाइल्स को डाउनलोड करते हैं. ज्यादातर लोग गेम खेलने के लिए चीड कोड्स को डाउनलोड कर लेते हैं. इन चीट फाइल्स को बिल्कुल डाउनलोड न करें, क्योंकि इनमें ब्लडीस्टीलर ट्रोजन जैसे मैलवेयर हो सकते हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि शोधकर्ताओं द्वारा कोडनेम ब्लडीस्टीलर, ट्रोजन में कुकीज़, पासवर्ड, फॉर्म, ब्राउज़र से बैंक कार्ड के साथ-साथ पीसी की जानकारी और स्क्रीनशॉट को चोरी करने में सक्षम होता है. ट्रोजन बेथेस्डा, एपिक गेम्स, GOG, ओरिजिन, स्टीम, टेलीग्राम, वीमवर्ल्ड से सेशन भी चुरा सकता है. इसके अलावा, डेस्कटॉप से फ़ाइलें, uTorrent क्लाइंट, और मेमोरी लॉग भी यूजर्स डिवाइस से चुराए जा सकते हैं. रिपोर्ट के अनुसार, ट्रोजन में डुप्लीकेट लॉगिंग प्रोटेक्शन और रिवर्स इंजीनियरिंग प्रोटेक्शन को “फीचर्स” के रूप में समेटे हुए है.