सहारनपुर। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद खुद पर हुए हमले को लेकर पुलिस द्वारा किए गए खुलासे से संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि उन्हें पिस्टल की गोली लगी है जबकि तमंचा बरामद हुआ दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि हमले की जांच सीबीआई से कराई जाए ताकि यह साफ हो सके कि हमले की साजिश में कौन शामिल है। कहीं हमलावरों को सत्ता का संरक्षण तो प्राप्त नहीं है। इस बीच सपा के वरिष्ठ नेता मौहम्मद आजम खान भी चंद्रशेखर से मिलने पहुंचे। आजम खान ने इस दौरान सरकार पर जमकर तंज कसे।
चंद्रशेखर आजाद से मिलने पहुंचे सपा नेता आजम खान, योगी सरकार पर जमकर कसे तंज, देखें पूरा वीडियो @BhimArmyChief @AzadSamajParty @AbdullahAzamMLA #saharanpur #azamkhan pic.twitter.com/TloDSQmqHQ
— ASB NEWS INDIA (@asbnewsindia) July 2, 2023
अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर ने कहा कि वे पुलिस को सही खुलासे के लिए पर्याप्त समय दे रहे हैं। पुलिस ईमानदारी के साथ इस बात का पता लगाए कि हमलावरों को किसने फिरौती दी है। उन्होंने कहा कि साजिश के तहत ही हमलावरों ने कार गुर्जर बहुल गांव मिरगपुर में खड़ी की थी ताकि जातीय टकराव हो जाए।
उन्होने कहा कि भीम आर्मी के कार्यकर्ता अपने स्तर से भी जानकारी जुटा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे पुलिस से अपील करते हैं हमलावरों के परिजनों को उनके कृत्य की सजा ना दी जाए। उन्होंने कहा कि वे इस हमले से डरे नहीं है बल्कि और ज्यादा मजबूत हुए हैं। अब वे दुगनी ताकत से शोषितों और वंचितों की लड़ाई लड़ने का काम करेंगे।
चंद्रशेखर ने कहा कि किसी भी समाज की महिलाओं के साथ अत्याचार होगा तो वे बोलेंगे। भले ही कोई कितनी भी गोलियां चलाए वे डरने वाले नहीं हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक द्वारा मित्र बताने तथा सुरक्षा प्रदान करने के बयान पर उनका कहना था कि प्रदेश सरकार यदि इतनी चिंतित होती तो उन पर हमला ही नहीं होता। जबकि जिस जगह उन पर हमला हुआ है वहां से चंद कदमों की दूरी पर पुलिस पिकेट मौजूद थी।
भरतपुर की रैली के बाद शनिवार की रात दो बजे चंद्रशेखर आजाद अपने आवास पहुंच गए थे। रविवार की सुबह से ही उनसे मिलने वालों का तांता लगा रहा। पडोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली से बड़ी संख्या में समर्थक मिलने पहुंचे।
चंद्रशेखर के साथ पत्रकार वार्ता में मौजूद सपा नेता मौहम्मद आजम खान ने कहा कि चंद्रशेखर पर हुआ जानलेवा हमला प्रदेश सरकार की नाकामी है। यह प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था का सबूत है। सरकार यह सुनिश्चित करे कि किसी भी सूरत में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो। उन्होंने कहा कि जो भी हुआ बेहद बुरा हुआ है। चंद्रशेखर आजाद संघर्षशील युवा नेता हैं। जिनकी आवाज को दबाने के लिए तरह- तरह की साजिशें रची जा रही हैं लेकिन वे बिना डरे वंचित वर्ग की लड़ाई को आगे बढ़ा रहे हैं। प्रदेश सरकार इस हमले की गहराई तक जाकर जांच कराए ताकि हमले के पीछे के लोग बेनकाब हो सकें।