मेरठ। नगर निगम का बुलडोजर महिलाओं से खौफजदा है। अब्दुल्लापुर की 1हजार गज जमीन पर कब्जा लेने पहुंची नगर निगम की टीम को अभियान चालू किए बगैर ही खाली हाथ लौटना पड़ा। निगम अफसरों का कहना है कि यहां महिलाएं अतिक्रमण हटाने में बाधा बन रही है। कांवड़ यात्रा के बाद भारी फोर्स लेकर नगर निगम यहां अतिक्रमण हटाएगा।
4 जुलाई के बाद शनिवार को फिर नगर निगम की टीम अपनी 1हजार गज जमीन पर कब्जा लेने पहुंची तो महिलाएं बुलडोजर के आड़े आ गईं। टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा। 4 जुलाई को भी नगर निगम की टीम अब्दुल्लापुर में जमीन पर कब्जा लेने पहुंची थी। निगम के अनुसार यहां सरकारी जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा करके अवैध निर्माण कर लिया है। अब निगम अपनी जमीन पर कब्जा लेना चाहता है। लेकिन उस दिन जैसे ही निगम का बुलडोजर अतिक्रमण हटाने के लिए चला इलाके की महिलाएं बुलडोजर के आगे लेट गईं। कुछ महिलाओं ने टीम पर पत्थरबाजी कर दी। मजबूरन बुलडोजर को वापस लोटना पड़ा।
नगर निगम के प्रभारी संपत्ति अधिकारी डॉ. पुष्पराज गौतम के अनुसार पिछली दफा अभियान चलाया था लेकिन पुलिस बल आधा होने के कारण अभियान बीच में छोड़ना पड़ा। आज भी पुलिस बल, पीएसी न होने के कारण अभियान रोकना पड़ा है। क्योंकि यहां 50 से 60 महिलाएं हैं जो अभियान में बाधा करती हैं। इसलिए बिना पुलिस बल के अभियान चल नहीं सकता। हमारा पूरा प्रयास है कि यहां ननि अपना कब्जा ले। कांवड़ यात्रा के कारण हमें पुलिस बल अभियान के नहीं मिल रहा है। एक कंपनी से अधिक पुलिस बल चाहिए।
अब्दुल्लापुर में रहने वाले अखलाक का कहना है कि ये जमीन 1957 में जमीदार से वालिद ने यह जमीन ली थी। 15 साल जमीन पर हमारा नाम रहा बाद में काट दिया। 1957 से ही जमीन पर हमारा कब्जा है। जिन्होंने हम पर मुकदमा किया उनसे हम दो बार मुकदमा जीत चुके हैं। अब नगर निगम हमारी जमीन को अपनी बताकर लेना चाहता है। नगर निगम इसे सरकारी जमीन बनाकर हड़पना चाहता है। पहले भी ननि की टीम कब्जा लेने आई थी, एक दीवार गिरा दी, आज भी इसे ढहाने आए थे। हम इसे गिरने नहीं देंगे। ननि कागज देखने को तैयार नहीं, पुलिस भी हमारी सुनवाई नहीं कर रही।