पौने चार साल पहले मेरठ के एक होटल से फरार हुआ कुख्यात बदन सिंह बद्दो कई बार सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल चुका है। ढाई लाख के इनामी बद्दो ने फिर से इंस्टाग्राम पर पोस्ट डाली है।
बताया गया कि बदन सिंह बद्दो द्वारा छह दिन पहले की गई पोस्ट में पूर्व आईपीएस अधिकारी बृजलाल की किताब के 10 पन्ने एडिट करके शेयर किए हैं। कुख्यात माफिया बदन सिंह बद्दो उत्तर प्रदेश पुलिस का ढाई लाख का वांटेड अपराधी है।
28 मार्च 2019 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब मेरठ में चुनावी रैली कर रहे थे, उसी समय गाजियाबाद में पेशी पर आया बदन सिंह बद्दो पुलिस हिरासत में मेरठ पहुंचा और एक होटल में रुक गया। इस दौरान बदन सिंह बद्दो ने पुलिस टीम को शराब व शबाब की दावत दी और खुद फरार हो गया। मेरठ पुलिस उसे महीनों तक तलाशती रही लेकिन, उसका कहीं कोई सुराग नहीं मिला।
तब से लेकर आज तक बदन सिंह बद्दो लगातार फरार है। उसके नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और इंग्लैंड में होने की खबरें मिलती रही हैं। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर वह लगातार पोस्ट डालता रहता है। उसने करीब आठ महीने पहले भी इंस्टाग्राम पर कई दिनों तक लगातार पोस्ट किए और अपने दुश्मनों के बारे में काफी कुछ लिखा था।
अब बदन सिंह बद्दो छह दिन पहले फिर से इंस्टाग्राम पर एक्टिव हुआ है। उसने पूर्व आईपीएस अधिकारी बृजलाल की किताब के 10 पन्ने एडिट करके पोस्ट किए हैं।
पूर्व आईपीएस अधिकारी और भाजपा नेता बृजलाल के खिलाफ बदन सिंह बद्दो हमेशा ऊलजलूल लिखता रहता है। छह दिन पहले बदन सिंह बद्दो ने जो 10 तस्वीरें पोस्ट की हैं, वे पूर्व आईपीएस बृजलाल की किताब “पुलिस की बारात” के एडिटेड पन्ने हैं।
बदन सिंह बद्दो यहां कहना चाहता है कि इस किताब में बृजलाल ने अपने बारे में काफी कसीदे लिखे हैं लेकिन, सच्चाई यह है जो वह पोस्ट कर रहा है। इस किताब को इस तरीके से लिखा जाना चाहिए था।
उत्तर प्रदेश पुलिस पौने चार साल से बदन सिंह बद्दो की तलाश में है। ढाई लाख रुपये का इनाम भी उसे पुलिस के हाथों तक खींचकर नहीं ला सका। पुलिस मुखिया ने यूपी एसटीएफ को भी बदन सिंह बद्दो की गिरफ्तारी का जिम्मा दे रखा है। लेकिन उसकी तलाश यूपी एसटीएफ अभी नहीं कर पाई है।
बताया गया कि अगस्त 2022 में इंस्टाग्राम पर एक्टिव होने के बाद उसकी लोकेशन फ्रांस में मिली थी। पुलिस के सूत्र बताते हैं कि वो अभी भी भारत में हैं और पंजाब, हरियाणा या अन्य किसी राज्य की जेल में छुपा हुआ है।
पुलिस ने इस दौरान बदन सिंह बद्दो के कई साथियों को जेल भी भेजा और उसकी संपत्ति की भी जब्तीकरण कार्रवाई की गई। लेकिन बद्दो और उसके पैरोकार लगातार अफसरों की चौखट से लेकर कोर्ट तक एक्टिव रहे। अभी भी कई मामलों में उसके पैरोकारों की ओर से मुकदमों की पैरवी लगातार जारी है। पुलिस सूत्र बताते हैं कि बद्दो हाईप्रोफाइल लोगों के संपर्क में है और कई बड़े अफसरों के साथ उसकी बातचीत बनी हुई है। इसीलिए पुलिस का तंत्र हर बार नाकाम होता है।