प्रयागराज| अतीक-अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटरों सनी, लवलेश व अरुण के घर पुलिस पहुंची और उनके बैंक ट्रांजेक्शन की जांच की। एसआईटी ने भले ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है, लेकिन जांच अभी जारी है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि इन तीनों के पीछे आखिर कौन है। पुलिस का कहना है कि वे लगातार प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अब तक की विवेचना में किसी चौथे का हाथ सामने नहीं आया है। पुलिस ने तीनों आरोपियों व उनके परिवार वालों के बैंक ट्रांजेक्शन की भी जांच की,लेकिन कोई बड़ा लेनदेन नहीं मिला।
अतीक व अशरफ को लाइव कैमरों के सामने जिस तरह मारा गया था, उसके बाद आम जनमानस में सबसे बड़ा सवाल यही था कि हत्यारोपियों के पीछे कौन था। पुलिस ने मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है, लेकिन चौथे की तलाश में विवेचना अब भी जारी है। क्राइम ब्रांच की एक कुछ दिन पहले हत्यारोपी सनी उर्फ मोहित के हमीरपुर के कुरैरा स्थित पैतृक घर पहुंची। यहां पर सनी व उसके परिवार के सभी लोगों के बैंक दस्तावेज लिए गए। इसके बाद बैंक जाकर पिछले छह महीनों ट्रांजेक्शन की जांच की गई।
इसी तरह लवलेश तिवारी के शहर कोतवाली स्थित क्योतरा गांव, अरुण मौर्या के कासगंज के सौरों गांव भी पुलिस पहुंची। इनके पूरे परिवार के बैंक खातों और पिछले छह महीन के ट्रांजेक्शन की जांच की। पुलिस यह पता लगाने में जुटी थी कि हाल ही आरोपियों या उनके परिवार के लोगों के खातों में कोई बड़ी रकम तो नहीं आई। पुलिस ने संबंधित बैंक के अधिकारियों से भी पूछताछ की।
पुलिस टीम ने न सिर्फ हत्यारोपियों और उनके परिवार वालों के बैंक खातों की जांच की, बल्कि उनके आधार कार्ड और पैनकार्ड बनाने वाले दुकानदारों से पूछताछ की गई। उन्होंने कौन से दस्तावेज लगाए थे, इन सबकी जानकारी पुलिस ने दुकानदारों और घरवालों से ली।
सनी, लवलेश और अरुण के गांव के अलावा उनके स्कूल भी गई। स्कूलों में तीनों के दस्तोंवेज चेक किए गए। उनके साथ रहने वाले दोस्तों और अध्यापकों से भी पुलिस ने पूछताछ की। तीनों के मोबाइल कॉल डीटेल्स में जिनके नाम पता चले थे, लगभग सभी से पुलिस ने पूछताछ की।