वे लोग एसएसपी और दूसरे उच्चाधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगे। एसएसपी, एसपी सिटी और एसडीएम ने मौके पर पहुंचने के बाद इशहाक के समर्थकों को समझाया और आरोपियों की तलाश में दबिशें शुरू कराईं। एक आरोपी की गिरफ्तारी के बारे में एसएसपी ने प्रधान समर्थकों को जानकारी दी तो वे शांत हुए। घटना के करीब डेढ़ घंटे बाद प्रधान का शव उठाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
बताया जाता है कि इस बार गांव में प्रधानी के चुनाव में इशहाक अकेले मुस्लिम प्रत्याशी थे। तीन प्रत्याशियों के खिलाफ उन्होंने पहली बार ही चुनाव लड़कर प्रधानी जीती थी। उनकी हत्या से मिश्रित आबादी के गांव परगवां में तनाव पैदा हो गया। इस पर घटनास्थल के साथ परगवां में भी कई थानों की पुलिस और पीएसी पहुंच गई।
घटना के कुछ देर बाद ही गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया। हालांकि इशहाक के परिवार वालों का कहना था कि उन्हें हिंदू और मुस्लिम दोनों ने वोट देकर जिताया है। आरोपी उनकी जीत को हजम नहीं कर पा रहे थे और लगातार धमकियां दे रहे थे।