नई दिल्ली. यदि आपके पास पब्लिक प्रॉविडेंट फंड अकाउंट है तो अच्छी बात है, और अगर नहीं है तो आपको तुरंत खुलवा लेना चाहिए. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि जब आपको पैसों की जरूरत होगी, तब आपके पास एक अच्छा-खासा फंड होगा. यह फंड कितना होगा, ये तो आपकी सेविंग्स की क्षमता पर निर्भर करेगा, लेकिन जो भी होगा, वह अच्छा ही होगा.
बता दें कि रिटायरमेंट की प्लानिंग के लिए पीपीएफ एक अच्छा सेविंग ऑप्शन है. अगर इसमें हर साल निवेश किया जाए तो मैच्योरिटी तक काफी पैसा जमा किया जा सकता है. यह आपके वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने में भी सहायक हो सकता है.
हर जगह टैक्स पर छूट
पीपीएफ की कई खूबियां हैं. सबसे पहले इसमें निवेश करने पर आपको आयकर की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट मिलती है. इतना ही नहीं, यह एग्जेम्पट-एग्जेम्पट-एग्जेम्पट लाभ भी प्रदान करता है. इसका मतलब है कि आपने जितना पैसा कंट्रीब्यूट किया है, उस पर टैक्स नहीं लगता है. आपकी जमा राशि पर जो ब्याज मिलेगा, उस पर भी टैक्स नहीं लगता है. अंत में, मैच्योरिटी पर प्राप्त कुल राशि पर भी कोई टैक्स नहीं लगता है. इस तरह इसमें तीन बार टैक्स छूट का फायदा मिलता है.
एक वर्ष में कितना जमा
पीपीएफ में आप एक वित्त वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं. इससे कम करना चाहें तो वह भी आपकी इच्छा पर निर्भर करता है. आप बैंक या पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ खाता खोल सकते हैं. अच्छी बात यह है कि आप पैसा मासिक या सालाना जमा कर सकते हैं. आप हर साल आयकर रिटर्न दाखिल करते समय पीपीएफ में जमा राशि पर कटौती का दावा कर सकते हैं. इससे आपकी टैक्स देनदारी कम हो जाएगी.
पीपीएफ की ब्याज दर बैंक सेविंग से काफी ज्यादा
फिलहाल पीपीएफ की ब्याज दर 7.1 फीसदी है. यह अन्य सरकारी निवेश योजनाओं की ब्याज दर से अधिक है. किसान विकास पत्र समेत अन्य योजनाओं का रिटर्न इससे काफी कम है. दूसरी अच्छी बात ये है कि आप छोटी राशि से भी पीपीएफ खाता खोल सकते हैं. शर्त यह है कि आपको इसमें हर वित्तीय वर्ष में कम से कम 500 रुपये जमा करने होंगे. इसमें आपको लगातार 15 साल तक पैसा जमा करना होता है. फिर आपका अकाउंट मैच्योर हो जाता है.
यूं मिलेगा बेहतर रिटर्न
सबसे पहले, अगर आपने अभी तक पीपीएफ खाता नहीं खोला है, तो इसे खुलवा लें. कोशिश करें कि महीने की पहली से चौथी तारीख के बीच में खुलवाएं. अप्रैल के महीने में पहली से चौथी तारीख तक खाता खोलना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है. लेकिन, आपने यह मौका गंवा दिया है. तो आप अगले महीने की पहली से चौथी तारीख तक खाता खोल सकते हैं. 4 तारीख से पहले इसलिए क्योंकि अगर इसके बाद खाता खोला जाता है तो ब्याज की गणना अगले महीने से की जाती है.
PPF पर ब्याज की गणना
पीपीएफ में ब्याज की गणना के लिए एक खास तरीका है. ब्याज की गणना हर महीने की 5 तारीख से आखिरी तारीख (30 या 31 तारीख) के बीच खाते के न्यूनतम शेष पर की जाती है. फिर 31 मार्च के बाद पूरे वित्तीय वर्ष का ब्याज खाताधारक के खाते में जमा हो जाता है. इसलिए यदि आप हर महीने की पहली से चौथी तारीख के बीच पीपीएफ खाते में पैसा डालते हैं तो आपको अधिक ब्याज मिलता है.