मेरठ। दौराला की सकौती रेलवे स्टेशन पर भाकियू-टिकैत गुट के कार्यकर्ताआों ने धरना दिया। सकौती रेलवे फाटक बंद के बाद व्यापार पूरी तरह से ठप हो चुका है। आने जाने में परेशानी होती है। फाटक के पास ही फुट ओवर ब्रिज का निर्माण और अंडरपास की गहराई कम करने की मांग की। रविवार को धरने के समर्थन में क्षेत्रीय सपा विधायक अतुल प्रधान भी पहुंचे और सीओ व एसडीएम सरधना से बातचीत की।

पहले भी कर चुके हैं मांग
दरअसल, सकौती रेलवे फाटक को करीब एक वर्ष पूर्व ही रेलवे विभाग ने पूरी तरह से बंद कर दिया था। उस समय तत्कालीन सरधना विधायक ठा. संगीत सोम और क्षेत्रीय सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने भी रेलवे अफसरों से बात की थी। लोगों को समाधान कराने का आश्वासन दिया था। मगर, कुछ नहीं हुआ। फाटक बंद होने से सकौती गांव के लोगों को आने जाने में परेशानी का सामाना करना पड़ता है। स्कूली बच्चों को रेलवे पटरी पार कर जाना होता है। जिससे हादसा होने का डर सता रहा है। वहीं रास्ते से आने जाने पर समय अधिक व दो किमी का चक्कर लगाना पड़ता है।

फुट ओवर ब्रिज का निर्माण और अंडरपास की गहराई कम होने की मांग को लेकर शनिवार को भाकियू कार्यकर्ता प्रशांत चौधरी और सकौती संयुक्त व्यापार मंडल के अध्यक्ष कृष्णपाल शर्मा के नेतृत्व में व्यापारी व क्षेत्रवासी सकौती रेलवे स्टेशन पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। रविवार को सपा विधायक अतुल प्रधान भी धरनास्थल पहुंचे और धरने का समर्थन किया।

डीएम को सौंपेंगे चाबी
एसडीएम सरधना अमित कुमार गुप्ता व सीओ दौराला आशीष शर्मा भी बातचीत को धरनास्थल पहुंचे और विधायक व भाकियू कार्यकर्ताओं से बातचीत की। मगर, बात न बनने पर अधिकारी बैरंग लौट गए। वहीं व्यापार मंडल में महामंत्री दीपक सिरोही ने चेतावनी दी कि उनका व्यापार पूरी तरह से समाप्त हो चुका है। सभी दुकानदार दुकानों के तालों की चाबी वह डीएम को सौंपने जल्द जाएंगे।