बिजनौर। नगीना में तेलीपाड़ा फार्म की 2615 बीघा जमीन पर आखिरकार प्रशासन ने कब्जा ले लिया है। तहसील प्रशासन की टीम ने जमीन पर पहुंचकर बाकायदा बोर्ड भी लगा दिया। कब्जे में ली गई इस सरकारी जमीन की कीमत सर्किल रेट के अनुसार 75 करोड़ रुपये है। दरअसल फसली वर्ष 1359 में यह जमीन झाड़ी जंगल के नाम पर दर्ज थी, इसके बाद उक्त जमीन के राजस्व अभिलेखों में कूटरचित एंट्री करते हुए काश्तकारी के अधिकार दे दिए गए थे।
नगीना तहसील के 60 हजार बीघा जमीन घोटाले में बृहस्पतिवार को बड़ी कार्रवाई की गई। एसडीएम के नेतृत्व में ग्राम तेलीपाड़ा के जंगल में पहुंच राजस्व टीम ने गाटा संख्या 18 और 22 की जमीन पर कब्जा लिया। साथ ही उक्त जमीन के झाड़ी जंगल में दर्ज कर लिए जाने संबंधी आदेश का बोर्ड भी लगा दिया। बता दें कि (न्यायिक) अदालत की अदालत ने 12 जून को ग्राम तेलीपाड़ा की 219.67 हेक्टेयर भूमि को मूल श्रेणी पांच जंगल झाड़ीदार में दर्ज करने का आदेश किया था। एसडीएम अवनीश त्यागी ने बताया कि हाईकोर्ट में किशन चंद बनाम उत्तर प्रदेश और अन्य के संबंध में 24 अगस्त 2021 के आदेश दिया था।
उक्त आदेश को को लेकर ही तत्कालीन डीएम ने एडीएम वित्त एवं राजस्व की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की गई थी। उन्होंने बताया कि उक्त कमेटी ने ग्राम तेलीपाड़ा की ऐसी भूमि जो 1359 फसली में ग्राम समाज संपत्ति थी लेकिन बाद में राजस्व अभिलेखों में कूट रचित एंट्री कर रसूखदारों के नाम दर्ज कर दी गई थी।
इस मामले में जिला स्तरीय कमेटी ने अपनी जांच चकबंदी आयुक्त उत्तर प्रदेश की अध्यक्षता में गठित जांच कमेटी को भेजी गई थी। एसडीएम ने बताया कि प्रदेश स्तरीय जांच कमेटी के अनुमोदन बाद एसडीएम (न्यायिक) नगीना के न्यायालय में ग्राम तेलीपाड़ा के संबंध में दर्ज वाद उत्तर प्रदेश सरकार बनाम मामचंद आदि में पारित अंतरिम आदेश पर 12 जून 2024 द्वारा गाटा संख्या 18 व 22 की कुल रकबा 219.67 हेक्टेयर मूल श्रेणी पांच जंगलझाड़ीदार में दर्ज किया गया।
इसी क्रम में एसडीएम अवनीश त्यागी और सीओ राकेश वशिष्ठ की मौजूदगी में नगीना तहसील की राजस्व टीम ने ग्राम तेलीपाड़ा स्थित 219.67 हेक्टेयर यानि 2615.11 बीघा भूमि को अपनी सुपुर्दगी में लिया। उन्होंने बताया कि जो भूमि खाली कराई गई है उसकी कीमत सर्किल रेट के अनुसार 74 करोड़ 68 लाख 78 हजार रुपये करीब है।
एसडीएम अवनीश त्यागी ने बताया कि ग्राम तेलीपाड़ा में सरकारी भूमि को अपने कब्जे में लेकर प्रशासन का बोर्ड लगा दिया गया है। उन्होंने बताया कि वहां लगे गेट पर प्रशासन ने अपना ताला लगा दिया है। टीम में थाना अध्यक्ष नगीना देहात, तहसीलदार संतोष यादव, नायब तहसीलदार राजकुमार, क्षेत्रीय राजस्व निरीक्षक कमल शर्मा , नीरज कुमार, नरेंद्र कुमार आदि शामिल रहे।
बृहस्पतिवार को जिस पर जमीन पर प्रशासन ने कब्जा लिया है, उक्त जमीन का अधिकांश हिस्सा नोएडा की बिल्डर फर्म और एक बड़े ट्रस्ट के नाम पर चला आ रहा था। खतौनी में उनके नाम दर्ज हैं। हालांकि अब नया आदेश खतौनी पर दर्ज कर दिया गया है। बता दें कि तेलीपाड़ा गांव का रकबा करीब पांच हजार बीघा है, जिसमें 2600 बीघा पर कब्जा ले लिया गया है। उधर करीब एक हजार बीघा जमीन पर अब आबादी है।