मेरठ। उत्तर प्रदेश की मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट पर सपा को प्रत्याशी तय करने में काफी खींचतान का सामना करना पड़ा है। 18 घंटे तक चली खींचतान के बाद आखिरकार सपा नेता योगेश वर्मा की पत्नी व पूर्व मेयर सुनीता वर्मा को उम्मीदवार घोषित किया गया है। हालांकि, इस सीट पर शुरू से ही दावा ठोक रहे विधायक अतुल प्रधान को झटका लगा है।

वहीं, चर्चा यह भी चली थी कि अतुल प्रधान विधायकी छोड़कर सपा से इस्तीफा दे सकते हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा था किया क्या अतुल प्रधान भाजपा में जाएंगे? लेकिन इस सवाल पर विराम लगाते हुए अतुल प्रधान ने कहा कि राजनीति में और सामाजिक जीवन में कई बार अलग-अलग तरह के मोड़ आते हैं। मैं समझता हूं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जब ये फैसला लिया तो बहुत कुछ सोचा समझा होगा।

समाजवादी पार्टी छोड़ने की अफवाहों पर विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि राजनीति में और सामाजिक जीवन में कई बार अलग-अलग तरह के मोड़ आते हैं। मैं समझता हूं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जब ये फैसला लिया तो बहुत कुछ सोचा समझा होगा। शायद इसलिए हमें बुलाकर कहा कि हम पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं। मेरा मानना यही है कि पार्टी ने जो फैसला किया है उसे स्वीकार करेंगे। दोनों लोगों की सहमति बनाकर फैसला लिया। पार्टी ने जो प्रत्याशी तय किया है, उसका समर्थन करेंगे।

सपा के सात लोगों ने नामांकन पत्र लिए थे। इनमें भानु प्रताप सिंह, अतुल प्रधान और उनकी पत्नी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान, योगेश वर्मा और उनकी पत्नी पूर्व महापौर सुनीता वर्मा। इनके अलावा रफीक अंसारी और आकिल मुर्तजा शामिल रहे।