नई दिल्ली. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए राशनकार्ड अनिवार्य कर दिया गया है. पोर्टल पर राशन कार्ड नंबर दर्ज होने के बाद ही पति या पत्नी में किसी एक को पीएम किसान सम्मान निधि की 2000 रुपये की किस्त मिलेगी. योजना के तहत नए पंजीकरण पर राशन कार्ड नंबर देना अनिवार्य होगा. पीएम किसान के रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था में अब कई परिवर्तन कर दिए गए हैं. अब राशन कार्ड की अनिवार्यता के साथ दस्तावेजों की सॉफ्टकॉपी (PDF) बनाकर पोर्टल पर अपलोड करनी होगी.
पीएम किसान योजना के लिए रजिस्ट्रेशन की नई व्यवस्था के तहत अब बिना राशन कार्ड नंबर के पंजीकरण नहीं हो सकेगा. इसके अलावा अब खतौनी, आधार कार्ड, बैंक पासबुक और घोषणापत्र की हार्डकॉपी जमा करने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है. अब डॉक्यूमेंट्स की पीडीएफ फाइल बनाकर पोर्टल पर अपलोड करनी होगी. इससे किसानों का समय बचेगा. साथ ही नई व्यवस्था में योजना को ज्यादा पारदर्शी बनाने की कोशिश की गई है.
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 10वीं किस्त 15 दिसंबर 2021 तक आने की उम्मीद है. बताया जा रहा है कि इस बार की किस्त में 2000 के बजाय 4,000 रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे. हालांकि, अभी मोदी सरकार ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया है. इस फायदा उठाने के लिए आपको पीएम किसान सम्मान निधि के तहत रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
पीएम किसान सम्मान निधि योजना का फायदा लेने के लिए आपके पास 31 अक्टूबर 2021 तक रजिस्ट्रेशन कराने का मौका है. अगर आपने अभी आवेदन किया और स्वीकार हो जाता है तो आपको नवंबर में 2,000 रुपये और दिसंबर में 2000 रुपये मिलेंगे. ऐसे में आपको 4,000 रुपये मिल सकते हैं.
पीएम योजना योजना में हर किसान के बैंक अकाउंट में 2,000 हजार रुपये की 3 बराबर किस्तों में सालाना 6,000 रुपये ट्रांसफर किए जाते हैं. योजना से अब तक 12 करोड़ से ज्यादा किसानों को लाभ मिल चुका है. योजना के तहत अब तक 1.60 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा ट्रांसफर किए जा चुके हैं.
सरकार ने इस योजना के लाभार्थियों के लिए ऐप भी लॉन्च कर दिया है. बता दें कि पीएम किसान के तहत केवल उन्हीं किसानों को फायदा मिलता है, जिनके पास 2 हेक्टेयर यानी 5 एकड़ कृषि योग्य खेती हो. अब सरकार ने जोत की सीमा भी खत्म कर दी है. अगर कोई आईटीआर फाइल करता है तो उसे योजना से बाहर रखा गया है.