नई दिल्ली: सीएनजी की महंगाई से परेशान लोगों के लिए अच्छी खबर है। इसकी कीमत में अगले कुछ दिनों में गिरावट आ सकती है। इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि गैस का वितरण करने वाली कंपनियों के लिए इसकी लागत में कमी आई है। इससे इसकी कीमत में कमी की उम्मीद की जा रही है। पिछले कुछ दिनों में सीएनजी की कीमत में भारी बढ़ोतरी हुई है। पिछले दो महीने में इसकी कीमत 12 बार बढ़ी है। दिल्ली में इसकी कीमत 73.61 रुपये प्रति किलोग्राम है। पिछले एक साल में कीमतों में 30.21 रुपये प्रति किलोग्राम या 60 फीसदी की वृद्धि हुई है। लेकिन अगले कुछ दिनों में इसमें 5-6 रुपये की कमी आ सकती है।

इंडस्ट्री के एक एग्जीक्यूटिव ने कहा कि सरकारी कंपनी गेल मई की दूसरी तिमाही में सिटी गैस कंपनियों को 8.04 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू के रेट पर नेचुरल गैस की सप्लाई करेगी। यह सप्लाई डोमेस्टिक यूज और ट्रांसपोर्ट के लिए होगी। इससे कंपनियों को सीएनजी की कीमत में 5-6 रुपये प्रति किलो की कटौती करने में मदद मिलेगी। एक्जीक्यूटिव ने कहा कि यह कटौती ऑपरेटर टु ऑपरेटर अलग-अलग हो सकती है।

गैस का आयात
सिटी गैस कंपनियां 6.10 डॉलर के रेट पर डोमेस्टिक गैस खरीदती हैं। इस हिसाब से गेल के गैस की कीमत ज्यादा है लेकिन यह आयात की जाने वाली गैस के मुकाबले बहुत कम है। देश में सीएनजी की मांग बढ़ती जा रही है और घरेलू गैस से यह मांग पूरी नहीं हो पा रही है। इसलिए इन कंपनियों को गैस आयात करनी पड़ रही है। पिछले आठ महीनों से अंतरराष्ट्रीय स्पॉट मार्केट में गैस की कीमत में भारी उचार-चढ़ाव आया है। अभी इसकी कीमत 22 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू है।

एक एग्जीक्यूटिव ने कहा कि जो कंपनियां ज्यादा आयात करती हैं, उन्हें गेल की कीमतों का फायदा होगा। कई कंपनियां 10 से 15 फीसदी तक आयात करती हैं। अब सीएनजी की कीमत में ज्यादा तेजी से बदलाव आने की संभावना है। इसकी वजह यह है कि आयात लागत के हिसाब से गेल हर 15 दिन या महीने में कीमत में बदलाव करेगी। सरकार ने हाल में गैस आवंटन पॉलिसी में बदलाव किया है। इसके मुताबिक गेल को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कीमत पर आधारित यूनिफॉर्म ब्लेंडेड प्राइस पर गैस सप्लाई करनी होगी।