मेरठ। रैपिड रेल का पहला ट्रेन सेट 15 जून को आ जाएगा, इसके लिए दुहाई डिपो में पटरी बिछा ली गई है। ट्रेन सेट लाने वाले ट्रेलरों की राह आसान करने के लिए अलग से चौड़ा रास्ता भी बना लिया गया है। छह डिब्बों वाली रैपिड रेल के पहले ट्रेन सेट की चाबी हाल ही में गुजरात में सौंपी गई थी। उसके बाद ट्रेलरों पर ट्रेन सेट दुहाई तक लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। ये ट्रेन सेट दुहाई में इसलिए लाए जा रहे हैं क्‍योंकि पहले चरण में दुहाई से साहिबाबाद तक रेल चलेगी।

मार्च 2023 में इस पहले चरण पर रैपिड रेल चलाने की शुरुआत कर दी जाएगी लेकिन उससे पहले दुहाई डिपो और उससे संबंधित कारिडोर पर ट्रायल होगा। 2025 तक कुल 30 ट्रेन सेट रैपिड रेल की आ जाएंगी। मार्च 2025 में पूरे 82 किमी के कारिडोर पर सरायकाले खां से मोदीपुरम तक चला दी जाएगी।

प्लाट-कब्रिस्तान विवाद पर एमडीए में हुई सुनवाई
मंडलायुक्त की ओर से गठित की गई समिति ने मंगलवार को एमडीए में श्रद्धापुरी में विवादित प्लाट मामले पर सुनवाई की। समिति में एडीएम अध्याप्ति, एसपी सिटी, एमडीए वीसी, एमडीए सचिव शामिल हैं। मामला श्रद्धापुरी के एक प्लाट का है जिसका आवंटन वर्षों पहले हो गया था जो नर्सिंग होम के लिए है। हाल ही में जब प्लाट स्वामी ने नर्सिंग होम बनाने के लिए कब्जा लेने की कोशिश की तो वहां मुस्लिम पक्ष के लोगों ने विरोध कर दिया। बताया कि संबंधित प्लाट एमडीए का नहीं है बल्कि कब्रिस्तान की भूमि है। उसी मामले पर एक बार तहसील से पैमाइश भी हो चुकी है। मुस्लिम पक्ष ने उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया था। उधर, प्लाट आवंटी को संबंधित जमीन पर कब्जा न मिलने पर एमडीए के खिलाफ मंडलायुक्त के यहां शिकायत की। इसके बाद मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह ने समिति गठित कर दी थी। इसी क्रम में एमडीए में दोनों पक्ष को बुलाकर सुनवाई की गई। समिति अब अपनी रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौंपेगी।