नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी नए साल में बड़ा बदलाव करने जा रही है. भारतीय जीवन बीमा निगम ने इस बदलाव को लेकर संशोधन बिल भी पास करवा लिया है और अब इसके कम्पोजिट लाइसेंस क्लॉज पर विचार किया जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, एलआईसी के इस चेंज से आवेदकों को बड़ा फायदा मिलेगा. बता दें LIC इंश्योरेंस से जुड़े नियमों में इस साल बदलाव की तैयारी कर रहा है.
आपको बता दें प्रस्तावित बिल में प्रावधान है कि अगर कोई भी आवेदक किसी भी कैटेगिरी के इंश्योरेंस बिजनेस के एक या फिर उससे ज्यादा कैटेगिरी के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकता है और आवेदन कर सकता है.
आपको बता दें अगर किसी भी कंपनी के पास में कम्पोजिट लाइसेंस है तो वह इस स्थिति में एक ही कंपनी के जरिए जनरल और हेल्थ दोनों ही तरह के इंश्योरेंस सर्विसेज की पेशकश कर सकती हैं. इसके लिए उनको अलग-अलग इंश्योरेंस नहीं करने होंगे.
एजेंसी के मुताबिक, एलआईसी बीमा संशोधन विधेयक के पारित होने की स्थिति में कम्पोजिट लाइसेंस और अन्य सभी मुद्दों से जुड़े इंश्योरेंस लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन एक्ट, 1956 को ध्यान रखते हुए विचार किए जाएंगे. वहीं, दोबारा इंश्योरेंस करने वाली कंपनियों के इंश्योरेंस बिजनेस की किसी अन्य श्रेणी के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने पर रोक है.
माना जा रहा है कि इंश्योरेंस एक्ट 1938 और इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवपलपमेंट ऑथोरिटी एक्ट, 1999 में संशोधन करने के लिए इस साल बजट में इस बिल को पटल पर रखा जा सकता है. वित्तमंत्रालय इस समय बीमा कानून में बड़े लेवल पर बदलाव करने का प्लान बना रही है.
वित्तमंत्रालय पॉलिसीधारकों को बढ़ावा देने के लिए और उनके हितों को ध्यान में रखते हुए बीमा कानून में बड़े लेवल पर बदलाव करने का प्लान बना रही है. इससे पॉलिसीधारकों को अच्छा रिटर्न मिलने के साथ ही नए रोजगार के अवसर भी बाजार में पैदा होंगे, जिससे आर्थिक ग्रोथ को भी बढ़ावा मिलेगा.