मेरठ: चीनी मिलों की ओर से गन्ना खेती के लिए उपयोगी यंत्र 47 प्रकार के कृषि यंत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। इनमें बड़ा ट्रैक्टर, ट्रेंच ओपनर, ट्रेंच प्लांटर, एफआरवी प्लांटर, पावर स्प्रेयर, बड कटर, मल्चर, ड्रप सिस्टम, लाइन कल्टीवेटर, कुदाल, हजारा, रैटून मैनेजर आदि यंत्र शामिल होंगे। प्रदेश के गन्ना एवं चीनी उद्योग मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने प्रदेश की चीनी मिलों के लिए निर्देश जारी किए हैं।
जिसमें मिलों से कहा गया कि गन्ना किसानों को सहूलियत प्रदान करने एवं मशीनरीकरण को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के समस्त निजी सहकारी एवं निगम की चीनी मिल में गन्ना किसानों के उपयोगार्थ फार्म मशीनरी बैंक स्थापित करते हुए समस्त जिलों में नि:शुल्क/सब्सिडी पर कृषि यंत्र एवं मशीनरी कृषकों को उपलब्ध कराई जाए। किसानों के फसलों के बुवाई कटाई करने में काफी मेहनत एवं कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
यह सभी कार्य आधुनिक कृषि यंत्रों की सहायता से काफी सरल हो जाएंगे। इसके साथ ही कृषि कार्य के लिए किसानों को पांच लाख रुपये तक अनुदान प्रदान किया जाए, जिसकी अदायगी दो वर्ष तक ब्याज रहित हो एवं कटौती गन्ना मूल्य भुगतान से की जाए। गन्ना विभाग के पीआरओ बीके गोयल ने अपर मुख्य सचिव चीनी एवं गन्ना विकास विभाग संजय आर. भूसरेड्डी के हवाले से बताया कि मवाना, राणा, आईपीएल, डालमिया, बलरामपुर, डीसीएम श्रीराम, त्रिवेणी, बिड़ला, धामपुर समूहों द्वारा तथा अगवानपुर, पीलीभीत, सेवरही एकल मिलों की ओर से कृषि यंत्रों के वितरण पर अनुदान भी दिया जा रहा है।
निगम क्षेत्र की चीनी मिलों की ओर से भी कृषि यंत्रों के वितरण पर 50 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। इस वर्ष निजी चीनी मिल समूहों की ओर से कुल 348.67 लाख एवं निगम क्षेत्र की चीनी मिलों की ओर से कुल 40.13 लाख का अनुदान दिया जा चुका है।