लखनऊ. यूपी में आस्था से जुड़े धार्मिक स्थलों के आसपास शराब की बिक्री प्रतिबंधित कर दी गयी है। आबकारी राज्य मंत्री नितिन अग्रवाल ने 100 दिन के एजेंडे का ब्यौरा देते हुए इसकी जानकारी दी। सोमवार को उन्होंने बताया कि धार्मिक स्थलों से एक किलोमीटर की परिधि में शराब बेचने पर रोक लगाई जा चुकी है।

मंत्री ने बताया कि धर्म नगरी अयोध्या के रामकोट और रायगंज वार्ड नगर पालिका क्षेत्र, मथुरा के वृन्दावन क्षेत्र, वाराणसी में गंगा नदी से 1 किमी की दूरी तक, प्रयागराज में संगम क्षेत्र में, चित्रकूट धाम, बाराबंकी के देवाशरीफ और सहारनपुर के देवबन्द म्यूनिसपलिटी में पूर्व से ही मद्यनिषेध घोषित है।

मंत्री ने बताया कि यूपी में शराब का कारोबार सकल घरेलू उत्पाद में करीब 2221 करोड़ रुपए का इजाफा करने जा रहा है। आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल का दावा है कि यूपी एथनॉल के उत्पादन में सबसे आगे पहुँच चुका है। सरकार ने 100 दिन में 45 करोड़ लीटर के उत्पादन का लक्ष्य रखा था। जबकि इस समय मे 45.17 करोड़ लीटर का प्रोडक्शन हुआ है।

पिछले साल 115 करोड़ लीटर एथनाल का उत्पादन किया गया था। इस साल एथनाल उत्पादन का वार्षिक लक्ष्य 140 करोड़ लीटर का लक्ष्य है। एथनाल उत्पादन से ग्रीन फ्यूल उपलब्ध हो पायेगा। एथनाल ब्लेंडिंग प्रोग्राम की सफलता से विदेशी मुद्रा की बचत होगी और जीडीपी में लगभग 2,221.45 करोड़ रुपये का योगदान होगा।

आबकारी राज्य मंत्री ने बताया कि आबकारी विभाग कार्य योजना के तहत 3 नई आसवनियाँ खोली गई। इनमें मेसर्स रेडिको खेतान सीतापुर, मेसर्स करीमगंज बायोफ्यूल, मुरादाबाद और मेसर्स क्रिस्टल बालाजी मुजफ्फरनगर को आसवनी का लाइसेंस दिया गया। इनमें 793.37 करोड़ का निवेश और लगभग 3,600 नये रोजागार पैदा हुए। इनमें उत्पादन शुरू होने के बाद राज्य सरकार को 6,070 करोड़ रूपये का राजस्व और केंद्र को 25 करोड़ का राजस्व सालाना मिलेगा।