नई दिल्ली: किसानों को कर्ज से मुक्ति दिलाने और उनकी आय बढ़ाने के लिए सरकार सस्ती दर पर लोन उपलब्ध कराती है. किसान क्रेडिट कार्ड एक ऐसी शानदार स्कीम है जिसमें किसानों को 3 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है. इस बार के बजट में उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार इस योजना में लोन की लिमिट को और बढ़ा सकती है.
बढ़ सकती है किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट
आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी. इसमें किसानों के लिए कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. दरअसल, पिछले कुछ समय से देश में किसानों का मुद्दा जोर-शोर से चल रहा है. दूसरी तरफ 5 राज्यों में चुनाव भी है. ऐसे में, केंद्र सरकार किसानों के लिए बड़ी घोषणा कर सकती है. किसान क्रेडिट कार्ड पर किसानों को बहुत ही कम ब्याज पर कर्ज मुहैया कराया जाता है.
केसीसी लोन पर ब्याज
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसानों को सस्ते दर पर लोन मिलता है. इसमें बस 7 फीसदी की दर से ब्याज लगता है. इतना ही नहीं, अगर कोई किसान एक लोन को एक साल के अंदर चुकाता है तो उसे महज 4 फीसदी ब्याज देना होगा.
ब्याज दर है बेहद कम
किसानों को फसलों की बुवाई के लिए बैंकों से बेहद कम ब्याज दर पर लोन मिलता है. यह लोन किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए ही दिया जाता है. इस योजना में किसानों को 3 लाख रुपये तक का लोन बिना गारंटी के दिया जाता है. वहीं 3 से 5 लाख रुपये का शॉर्ट टर्म लोन सिर्फ 4 फीसदी की ब्याज दर पर दिया जाता है. सरकार इस लोन पर 2 फीसदी की सब्सिडी देती है. वहीं समय पर लोन चुकाने पर 3 फीसदी की छूट दी जाती है. इस तरह यह लोन सिर्फ 4 फीसदी पर मिलता है लेकिन अगर लोन चुकाने में देरी होती है तो इस लोन की ब्याज दर 7 फीसदी बैठती है.
फसल का भी बीमा
यह किसानों के लिए बहुत ही अच्छी स्कीम है. किसान क्रेडिट कार्ड की वजह से किसान अपनी फसल का बीमा भी करवा सकते हैं जिस किसी भी कारण से अपनी फसल नष्ट होने पर उनको मुआवजा भी दिया जाता है. बाढ़ की स्थिति में फसल के पानी में डूबने से खराब होने या फिर सूखा पड़ने पर फसल के जल जाने पर किसान क्रेडिट कार्ड बहुत काम आता है.
कैसे बनवाएं किसान क्रेडिट कार्ड
1. किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए सबसे पहले आप तहसील जाकर लेखपाल से मिलें.
2. अब उनसे अपनी जमीन की खसरा-खतौनी निकलवाएं.
3. इसके बाद किसी भी बैंक में जाएं और मैनेजर से मिलकर किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने की मांग करें.
4. यहां पर ध्यान रखें कि किसान क्रेडिट कार्ड किसी ग्रामीण बैंक से बनवाएंगे तो उसमें सरकार की तरफ से इनसेंटिव वगैरह दिए जाते हैं जिसका किसानों को फायदा मिलता है.
5. इसके बाद बैंक मैनेजर आपको वकील के पास भेजेगा और जरूरी जानकारियां लेगा.
6. इसके बाद आपको बैंक में जाकर एक फॉर्म भरना होगा.
7. इसके साथ कुछ कागजी कार्रवाई होगी. जिसके बाद आपका किसान क्रेडिट कार्ड बन जाएगा.
8. इसमें लोन की सुविधा कितनी मिलेगी, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी जमीन कितनी है.
किसान क्रेडिट कार्ड की खासियत
– किसान क्रेडिट कार्ड में लोन पर बचत बैंक की दर पर ब्याज दिया जाता है.
– किसान क्रेडिट कार्ड में धारकों के लिए मुफ्त ATM कम डेबिट कार्ड मिलता है.
– भारतीय स्टेट बैंक स्टेट बैंक किसान कार्ड नाम से डेबिट/ATM कार्ड देता है.
– KCC में 3 लाख रुपये तक के कर्ज के लिए 2% प्रति वर्ष की दर से ब्याज छूट मिलती है.
– समय से पहले कर्ज चुकाने पर 3% प्रति वर्ष की दर से अतिरिक्त ब्याज छूट मिलती है.
– किसान क्रेडिट कार्ड के लोन पर फसल बीमा की कवरेज मिलती है.
– पहले साल के लिए लोन की मात्रा कृषि लागत, फसल के बाद के खर्च और जमीन की लागत के आधार पर दी जाती है.
किसान क्रेडिट कार्ड के नियम
– इस योजना में 1.60 लाख रुपये तक के कर्ज के लिए किसी भी तरह की प्रतिभूति की जरूरत नहीं.
– एक साल या कर्ज चुकाने की तारीख तक, इनमें से जो भी पहले हो, 7% की दर से ब्याज लगाया जाएगा.
– देय तिथियों के अंदर चुकौती न होने के मामले में कार्ड दर पर ब्याज देना पड़ेगा.
– देय तिथि के बाद छमाही के बाद से चक्रवृद्धि ब्याज लगेगा.