मेरठ. नशे के कारोबार पर शिकंजा कसने के लिए एसएसपी ने ‘स्पेशल-30’ टीम का गठन किया है। इसके साथ ही एक-एक टीम एसओजी और सर्विलांस की भी बनाई है। इनका काम सिर्फ नशे के सौदागरों पर कार्रवाई करने का होगा। इसके साथ ही स्कूल-कालेजों में भी जागरुकता का अभियान चलाया जाएगा। पिछले दिनों शहर में आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराध समीक्षा के दौरान पुलिस अफसरों को नशे के सौदागरों पर नकेल कसने के संकेत दिए थे।

इसके बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने ‘स्पेशल-30’ टीम का गठन कर दिया है। उन्होंने बताया कि इसमें सभी थानों में एक-एक टीम नशे के खिलाफ काम करेगी। इसके साथ ही एक टीम सर्विलांस और एक टीम एसओजी की भी बनाई है, जो ‘स्पेशल-30’ के साथ समन्वय बनाकर काम करेगी। यही टीम स्कूल, कालेज, विश्वविद्यालय, मेडिकल कालेज और इंजीनियरिंग कालेज में भी जागरुकता का पाठ पढ़ाएगी।

हुक्का बार पर नजर
एसएसपी ने बताया कि हाई कोर्ट के आदेश पर हुक्का बार प्रतिबंधित है। पूर्व में कई रेस्टोरेंट में हुक्का बार के मामले सामने आए थे। टीम को निर्देश दिया है कि वह होटल और रेस्टोरेंट पर भी नजर रखें, कहीं हुक्का बार तो नहीं चल रहा है। समय-समय पर चेकिंग भी की जाएगी।

पुराने मामलों पर नजर
कंकरखेड़ा में वोल्वो बस के अंदर करोड़ों का गांजा पकड़ा गया था। इस मामले की भी जांच दोबारा से शुरू कर दी है। जांच में सामने आया कि पुलिस ने वोल्वो बस के मालिक को क्लीनचिट दे दी है। इसी तरह से लालकुर्ती पुलिस ने भांग के ठेकों की आड़ में ड्रग्स बेचने वाले सौदागर सत्येंद्र निवासी मोदीपुर को भी जेल भेजा था, सत्येंद्र पूरे शहर में चरस की सप्लाई दे रहा था। पुलिस उसकी संपत्ति के बारे में जानकारी जुटा रही है।