बाराबंकी: भारतीय जनता पार्टी ने लंबे चिंतन मंथन के बाद नगर पालिका परिषद नवाबगंज से एक बार फिर पूर्व चेयरमैन शशि श्रीवास्तव को टिकट दिया है. पूर्व चेयरमैन और भाजपा नेता रंजीत बहादुर श्रीवास्तव की पत्नी शशि श्रीवास्तव ने आखिरी दिन अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. इस बार सपा की शीला सिंह से भाजपा की शशि श्रीवास्तव का सीधा मुकाबला होगा।
इस दौरान निवर्तमान चेयरमैन पति और भाजपा नेता रंजीत बहादुर श्रीवास्तव ने दावा किया कि इस बार का नगर निकाय चुनाव हिंदू और मुस्लिम के मुद्दे पर नहीं बल्कि भाजपा विकास के मंत्र पर लड़ेगी। उन्होंने वादा किया कि वह बाराबंकी नगर पालिका को नगर निगम बनाएंगे और बाराबंकी विकास प्राधिकरण के रूप में विकसित करेंगे।
भाजपा के टिकट पर नगर पालिका बाराबंकी के चेयरमैन पद के लिए शशि श्रीवास्तव के नामांकन के बाद उनके पति और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रंजीत बहादुर श्रीवास्तव ने कहा कि उनके लिए टिकट की लड़ाई बाराबंकी नगर की जनता ने लड़ी है। क्योंकि बाराबंकी नगर की जनता की आवाज थी कि अगर मौजूदा अध्यक्ष को टिकट नहीं मिला तो चेयरमैन का पद विपक्ष की झोली में चला जाएगा। इसी आवाज को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने चुना है। ऐसे में हमारी पत्नी नहीं बल्कि जनता ही टिकट पाई है। इसलिये जनता खुद को कभी नहीं हराएंगी. बल्कि खुद को इस चुनाव में एक बार फिर जीत दिलवाएगी।
रंजीत बहादुर श्रीवास्तव ने कहा कि उनके पास पिछले 10 सालों से नगर पालिका के चेयरमैन का पद है। ऐसे में उन्हें अच्छे से पता है कि बाराबंकी नगर का विकास किस तरह से करना है। हमने जब पहला चुनाव जीता था तो नगर का सीमा विस्तार किया। अपने दूसरे कार्यकाल में सात अन्य पंचायतों को हमने नगर पालिका में शामिल कर लिया। वहीं अब आने वाले तीसरे कार्यकाल के कामों की आधारशिला हमने अभी से रख दी है। हमने नगर निगम बनाने का प्रस्ताव अपने बोर्ड से पास करवाकर शासन को भेज दिया है। नगर निगम के मानक पूरे हैं। अब बाराबंकी नगर पालिका को नगर निगम बनाना हमारी प्राथमिकता होगी। क्योकि आर्थिक मजबूती के बिना नगर का विकास भी अच्छे से नहीं हो सकेगा। इसके अलावा बाराबंकी विकास प्राधिकरण की मंजूरी मिल चुकी है। प्रस्ताव शासन में लंबित है। इसके अलावा अमृत योजना में भी हमने शहर को चयनित करवा लिया है। इन तमाम कामों को करने की क्षमता विपक्ष के पास नहीं है। इसलिये जनता उनको ही जीत दिलवाएगी।
इतना ही नहीं रंजीत बहादुर श्रीवास्तव ने ये भी कहा कि इस बार के चेयरमैन चुनाव में हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा नहीं होगा। बल्कि हम और हमारी पार्टी केवल विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी. विपक्ष कभी भी उन पर भारी नहीं पड़ा क्योंकि जितने वोटों से उनकी चुनाव में जीत होती रही है विपक्ष के प्रत्याशी को कुल उतने वोट भी नहीं मिलते हैं। वहीं पार्टी में गुटबाजी को लेकर कहा कि भाजपा अनुशासित सिपाहियों की पार्टी है. पार्टी नेताओं के बीच टिकट निर्धारित होने तक ही संघर्ष रहता है, लेकिन टिकट के बाद सभी नेता एक होकर अपने प्रत्याशी को चुनाव जितवाते हैं।