हमीरपुर जिले के राठ थाना क्षेत्र से तेरह दिन पहले गांव के युवक के साथ गई नाबालिग पुत्री को खोजने के लिए पिता पुलिस से गुहार लगाता रहा। शुक्रवार सुबह पुत्री का अधजला शव गांव के बाहर झाड़ियों में मिला। एसपी शुभम पटेल, फोरेंसिक व डॉग स्क्वायड टीम ने घटना स्थल पर जांच पड़ताल की।

हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपी पिता-पुत्र को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वहीं पूरे घटना क्रम में पुलिस ने लीपापोती की है। कोतवाली क्षेत्र के औड़ेरा गांव के बाहर नाला के पास किशोरी का अधजला शव झांकर से ढका मिला। शव की शिनाख्त गांव की उमा कुशवाहा (16) के रूप में हुई।

पिता घनश्याम कुशवाहा ने बताया 12 फरवरी को गांव का हरिश्चंद्र कुशवाहा उनकी पुत्री को अपने साथ भगा ले गया था। 16 फरवरी को कोतवाली में तहरीर दी। इस दौरान पुत्री की खोजबीन करते रहे। कोतवाली के चक्कर लगाए पर पुलिस ने भी नहीं सुनी। शुक्रवार सुबह गोविंद दास के खेत के पास शव मिला।

लकड़ी काटने गए ग्रामीणों ने सूचना दी। शव का कमर तक ऊपरी हिस्सा जला है। शव बुरी तरह से सड़ चुका है। शव से करीब सौ मीटर पहले मृतका की चप्पलें पड़ीं मिलीं। एक पैर की पायल भी गायब है। एसपी शुभम पटेल ने कहा किशोरी का अधजला शव मिला है।

पिता का कहना है किशोरी 12 फरवरी को खेत से गायब हुई थी। गांव के सुखलाल कुशवाहा व उसके पुत्र हरिश्चंद्र पर हत्या कर शव फेंकने की आशंका जताई है। कहा दोनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। एसपी ने कहा शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण ज्ञात होगा। राठ कोतवाल भरत कुमार कहना है कि शव करीब दस दिन पुराना है। ऐसा लग रहा कि किसी प्रकार का केमिकल डाला गया, जिससे शव क्षत-विक्षत हो गया है। केमिकल में तेजाब है और कुछ जांच के बाद साफ होगा। किशोरी की स्लाइड भी बनाई गई, जिससे अन्य कारणों का भी पता चल सके।

मृतका के पिता घनश्याम कुशवाहा ने बताया बेटी को ले जाने के बाद आरोपी हरिश्चंद्र कुशवाहा उसी रात वापस लौट आया था। जबकि उनकी बेटी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। पूछने पर गालीगलौज करते हुए उन्हें धमकाता रहा।

चार दिन खोजबीन के बाद 16 फरवरी को कोतवाली में तहरीर दी। बेटी के साथ किसी अनहोनी की आशंका जताई। पुलिस ने भी उसे टरका दिया। समाधान दिवस में गुहार लगाने पर भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया। घनश्याम कुशवाहा ने कहा यदि पुलिस मामले को गंभीरता से लेती तो बेटी की जान बच सकती थी।

बेटी उमा के लिए घनश्याम कुशवाहा व उनकी पत्नी प्रेमकुंवर की रातों की नींद उड़ गई थी। दिन रात बेटी के सकुशल वापस आने की प्रार्थना कर रहे थे। घनश्याम ने बताया भूमिहीन हैं। मजदूरी कर परिवार का गुजारा चलाते हैं। मृतका उमा की बहन कल्पना (18), वंदना (13), आकांक्षा (10) भाई अंश (6) और आदित्य (3) के गले से निवाला नहीं उतर रहा था। 13 दिन बाद उमा का शव मिलने पर परिवार की उम्मीदें टूट गईं।