लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने यूपी विधान सभा चुनाव में हार के बाद आज (गुरुवार को) प्रेस कॉन्फ्रेंस की. मायावती ने चुनाव में हार का ठीकरा मीडिया के सिर पर फोड़ा. मायावती ने कहा कि जातिवादी मीडिया ने झूठी खबरें फैलाईं और ये माहौल बनाने की कोशिश की कि चुनाव में टक्कर बीजेपी और सपा की है, इसके कारण बड़ी संख्या में वोट सपा की तरफ शिफ्ट हुआ. जातिवादी मीडिया ने ये भी प्रचारित किया कि बीएसपी, बीजेपी की ‘बी टीम’ है.
बीजेपी को क्यों ट्रांसफर हुआ बीएसपी का वोट?
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि चुनाव परिणाम आगे के लिए सबक है. 2017 से पहले बीजेपी का हाल भी खराब था. परिणाम से हताश और निराश नहीं होना है. हमें जी-जान से पार्टी के काम में लगे रहना है. सपा कहीं जीत नहीं जाए, उसका गुंडा-माफियाराज वापस नहीं आ जाए, ऐसे में बीजेपी की गलत नीतियों के बावजूद बीएसपी का वोट अंदर-अंदर उनको ट्रांसफर हो गया.
बीजेपी को कैसे रोका जा सकता था?
मायावती ने कहा कि अगर दलित और मुस्लिम एक होकर बीएसपी के पक्ष में वोट करते तो पश्चिम बंगाल की तरह चौंकाने वाले परिणाम आ सकते थे. सपा, बीजेपी को रोकने में सक्षम नहीं है. यूपी चुनाव में जो परिणाम आया है उससे हताश होने की जरूरत नहीं है. हम बाबा साहेब अंबेडकर के दिखाए रास्ते पर समाज के लोगों को साथ लेकर लड़ाई लड़ते रहेंगे.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने उन लोगों का आभार जताया जिन्होंने इस चुनाव में उनकी पार्टी को वोट दिया. मायावती ने कहा कि मैं खासकर दलित और उसमें भी मेरे समाज के लोगों को धन्यवाद देती हूं जो आज भी मेरी पार्टी के साथ हैं. हर बार की तरह इस बार भी मेरे समाज का वोट बीएसपी को मिला. संघर्ष आजीवन जारी रहेगा. जो लोग अपना संघर्ष जारी रखते हैं, सफलता उनके पास झक मारकर आती है.