उत्तर प्रदेश में मेरठ से सटे जिलों और राज्यों में हत्या कर आसानी से मेरठ में शव को फेंक कर हत्यारे फरार हो जाते हैं, जिस कारण मेरठ पुलिस के सामने शवों की पहचान कराना चुनौती बन रहा है। हाल ही में दौराला के पबरसा मार्ग पर नाले में मिला सिर व हाथ कटा युवक का शव मिलना कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी जिले में लावारिस शव मिल चुके हैं, जिनकी आज तक पहचान नहीं हो सकी है।

दो मामलों में दूसरे राज्य व दूसरे जिलों से शवों को लाकर फेंका गया था। हत्यारे बेखौफ शवों को बॉर्डर पार कर आसानी से लेकर आते हैं और मेरठ में ठिकाने लगाने के बाद आसानी से फरार हो जाते हैं।

वर्ष 2009 के जुलाई माह में लावड़ कस्बे के नौ गजा पीर पर एक युवती का शव चादर में लिपटा हुआ मिला था। युवती की पहचान छिपाने के लिए सिर काट दिया गया था। आज तक युवती की पहचान नहीं हो सकी है, पहचान न होने पर पुलिस ने बिसरा सुरक्षित रख शव का लावारिस में अंतिम संस्कार कर दिया।