लखनऊ. उत्‍तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 की घोषण के साथ ही जोड़-तोड़ और नए समीकरणों के बनने-बिगड़ने का खेल भी शुरू हो चुका है. प्रदेश की तकरीबन सभी बड़ी पार्टियों ने दो चरणों तक के चुनाव के लिए लगभग सभी प्रत्‍याशियों की घोषणा कर दी है. भीम आर्मी चीफ और आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने गोरखपुर सदर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है. इस सीट से उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ भी चुनावी मैदान में हैं. चंद्रशेखर आजाद ने रविवार को समाजवादी पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती को दिलचस्‍प चुनावी चुनौती दे डाली. उन्‍होंने सामाजिक मोर्चे का गठन करने का ऐलान करते हुए कहा कि अखिलेश यादव और मायावती भी हिम्‍मत दिखाकर मुख्‍यमंत्री आदित्‍यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ें.

दरअसल, UP विधानसभा चुनाव में अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए इन दिनों सभी सियासी दल अपने स्तर से हर संभव प्रयास करते नजर आ रहे हैं. सपा से गठबंधन करने की कोशिश नाकाम होने के बाद आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद नें रविवार को राजधानी लखनऊ में एक बडा ऐलान किया. चन्द्रशेखर आजाद ने इस दौरान 35 छोटी-छोटी पार्टियों से गठबंधन कर ”सामाजिक परिवर्तन मोर्चे’ के गठन की घोषणा की है. साथ ही सपा और बसपा के मुखिया अखिलेश यादव एवं मायावती पर जमकर निशाना साधा. उन्‍होंने सामाजिक परिवर्तन के तहत उत्‍तर प्रदेश की सभी 403 सीटों पर चुनाव लड़ने का भी दावा किया है.

इस दौरान चन्द्रशेखर आजाद ने कहा कि UP विधानसभा चुनाव से पहले हमनें 35 छोटी-छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन कर ‘सामाजिक परिवर्तन मोर्चा’ के नाम से एक नया फ्रंट गठित किया है. अब हमें समुद्र में नहीं कूदना है. छोटी-छोटी नदियों को इकट्ठा करके समुद्र बनना है, क्‍योंकि बड़े दलों से गठबंधन के अनुभव बहुत खराब रहे. इसलिए हम जैसे धोखा खाने वाले दलों से गठबंधन के अनुभव काफी अच्छे होने जा रहे हैं. उन्‍होंने कहा कि हमलोग मुख्यमंत्री बनने के लिए नही, बल्कि सत्ता परिवर्तन की लड़ाई लड़ने जा रहे हैं. हमारा सामाजिक परिवर्तन मोर्चा सूबे की सभी 403 सीटों पर चुनाव लड़ेगा. आजाद समाज पार्टी के प्रमुख ने कहा कि हम 2024 में भी साथ रहेंगे.

‘अखिलेश यादव ने धोखा दिया’
चन्द्रशेखर आजाद ने कहा, ‘मैं अखिलेश यादव का बहुत सम्मान करता हूं, लेकिन अपने लोगों को मरने के लिए किसी के भरोसे नहीं छोड़ सकता. अखिलेश ने कहा कि चन्द्रशेखर ने किसी को फोन किया और उसके बाद गठबंधन नहीं हुआ. उसका सच यह है कि हमलोग लोकतांत्रिक हैं. हम जिस फैसले और प्रस्ताव के साथ उनके पास गए थे, वो उसके न के बराबर चले गए. इसके चलते मैंने वहां से फोन कर भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के कोर नेताओं से पूछा था कि यह प्रस्ताव बदल गया है, अब आपका क्या फैसला है? उन्‍होंने कहा कि यह फैसला आपको करना है, तो मैंने स्वाभिमान के साथ समझौता नहीं किया. जो बात हुई वो पूरी न कर मुझे धोखा दे दिया.’

‘हिम्मत दिखाकर CM के सामने लड़ें चुनाव’
आजाद समाज पार्टी के प्रमुख ने कहा कि UP के वर्तमान मुख्यमंत्री BJP के सबसे ताकतवर नेता हैं. ऐसे में विपक्ष बताए कि उसने उनके खिलाफ अपना सबसे ताकतवर कौन सा नेता उतारा है? मैं अखिलेश और बहन जी (मायावती) का सम्मान करता हूं, लेकिन इनमें से कोई हिम्मत दिखाकर उनके (योगी आदित्‍यनाथ) खिलाफ चुनाव लड़े. अगर उनके खिलाफ चुनाव नहीं लड़ सकते तो उन्हें वॉकओवर देने का काम न करें. चंद्रशेखर ने कहा कि मैं मायावती की नीतियों के खिलाफ हूं, क्‍योंकि उन्होने जिस तरह से BJP को वॉकओवर दिया है, उसका नुकसान बहुजन समाज को उठाना पड़ेगा. अखिलेश और मायावती की गलत नीतियों का खामियाजा गरीब और पिछड़ों को भुगतना पड़ेगा.