मेरठ. मेरठ बार एसो से जुड़े वकील शुक्रवार को कप्तान से एक पुलिसवाले की शिकायत करने पहुंचे थे। वकीलों के अनुसार संगम बिहार रोहटा रोड निवासी एडवोकेट कुलदीप कुमार के परिवार के साथ कॉलोनी में ही रहने वाले एक पुलिसवाले और उसके परिवार ने मारपीट कर दी। मारपीट के बाद जब एड. कुलदीप थाने पर एफआईआर कराने पहुंचे तो थाने पर उनकी एफआईआर भी नहीं लिखी गई। वकीलों के साथ हो रहे अन्याय को रोका जाए और कुलदीप को न्याय मिले इसलिए वकीलों को कप्तान से मिलना था।
वकील जब कप्तान से मिलने पहुंचे तो कप्तान ऑफिस में तैनात सिपाहियों ने केवल दो-तीन वकीलों को अंदर जाने दिया। बाकी के वकील बाहर ही रह गए। जब ये वकील भी अंदर जाने लगे तो सिपाहियों ने इन्हें गेट पर ही रोक दिया। बस इसी बात पर वकील और पुलिसवालों में कहासुनी हो गई। दोनों ही पक्ष जोर जोर से चिल्लाकर कहासुनी करने लगे। बाद में बार के पदाधिकारी वकीलों ने बाहर आकर दोनों पक्षों को रोका और बीचबचाव कराया।
कप्तान से मिलने पहुंचे वकीलों में एड. कुलदीप ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि उसका परिवार संगम कॉलोनी में रहता है। यहीं एक पुलिसकर्मी का परिवार रहता है। पुलिसकर्मी की पोस्टिंग बुलंदशहर है लेकिन रहता मेरठ है। इसी कालोनी में पुलिसकर्मी का साला भी रहता है। पुलिसकर्मी, साले के साथ मिलकर कालोनी की महिलाओं और लड़कियों से गलत व्यवहार करते हैं। मेरी पत्नी पर भी बुरी नजर रखते हैं। कुछ दिन पहले मैंने इसकी शिकायत भी थाने में की थी लेकिन कोई एक्शन पुलिस की तरफ से नहीं लिया गया।
29 जून को उस पुलिसकर्मी ने आकर मेरे घर में मारपीट कर दी और पत्नी के लिए गलत शब्द कहे। इसके बाद मैंने थाने में पुलिसकर्मी के खिलाफ शिकायत दी लेकिन मेरी एफआईआर नहीं लिखी गई। कुलदीप की पत्नी ललिता ने भी अपने साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की शिकायत एसएसपी से की है। एसएसपी ने वकीलों की बात सुनकर कंकरखेड़ा थाना में आवश्यक कार्यवाही के लिए कहा है। बताया जा रहा है कि उक्त पुलिसकर्मी बुलंदशहर के थाने में दरोगा है।