मेरठ. 1857 की क्रांति की शुरूआत यूपी के मेरठ से हुई थी। मेरठ में 10 मई को सरकारी अवकाश घोषित रहता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 10 मई को मेरठ आने की तैयारी है। लखनऊ से इस संबंध में मौखिक कार्यक्रम की जानकारी मेरठ प्रशासन को दी गई है।

क्रांति दिवस मनाने के लिए चार दिन का समय बचा है। ऐसे में सरकारी अमला क्रांति दिवस को भव्य मनाने के लिए जोर शोर से तैयारियों में जुटा है। मेरठ मंडल के कमिश्नर ने इस संबंध में सभी विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कार्यक्रमों की तैयारी भी परखीं।

औघड़नाथ मंदिर और शहीद स्मारक पर तैयारी शुरू
मुख्यमंत्री योगी आादित्यनाथ के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर अफसर तैयारी में जुट गए हैं। औघड़नाथ मंदिर (काली पलटन मंदिर) 1857 की क्रांति का उदगम स्थल है। यहीं से क्रांति की शुरूआत हुई थी। मंदिर समित और प्रशासन की तरफ से यहां हर साल 10 मई को शहीदों को नमन किया जाता है। औघड़नाथ मंदिर परिसर में भी शहीद स्तंभ बना हुआ है। दो किमी दूर शहीद स्मारक बना है, जहां शहीदों को नमन किया जाता है। सीएम के कार्यक्रम को लेकर तैयारी तेज कर दी गईं हैं।

10 मई को फूटी थी आजादी की पहली चिंगारी
देश की आजादी की पहली चिंगारी मेरठ में 10 मई 1857 को फूटी थी। दुनिया भर में मेरठ को क्रांति के शहर के नाम से जाना जाता है। आजादी के पहले की बात हो या फिर आजादी के बाद की, मेरठ के अमर शहीदों ने देश की रक्षा के लिए हमेशा बलिदान दिया है। दस मई को मेरठ के स्कूलो में भी क्रांति दिवस के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए डीएम दीपक मीणा ने निर्देश जारी किए हैं।