मेरठ। विकास भवन सभागार में उत्तर प्रदेश विधान परिषद की नियम पुनरीक्षण समिति के सभापति धर्मेंद्र भारद्वाज की अध्यक्षता में शनिवार को मेरठ, बागपत और हापुड़ के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। सभापति ने कहा कि प्रदेश में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंद लोगों तक पहुंचना चाहिए। प्रशासनिक अधिकारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर अपने दायित्वों का निर्वहन करें। विधान परिषद के संदर्भित प्रकरणों का निश्चित अवधि में जवाब दें। इस दौरान विभागीय कार्य में लापरवाही बरतने पर सीएमओ मेरठ और डिप्टी सीएमओ बागपत के प्रति नाराजगी जताई। साथ ही विभागीय कमियों के आधार पर जवाबदेही के लिए दोनों को लखनऊ तलब किया।

डीएम दीपक मीणा व एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने सभापति सहित समिति के सदस्यों को शहीद स्मारक स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। सभापति द्वारा मेरठ विकास प्राधिकरण में नियुक्त किए 30 नवयुवकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। विगत तीन वर्षों में विधान परिषद की प्राप्त याचिका व विधायकों के प्रोटोकॉल के उल्लंघन के प्रकरण सहित अन्य शिकायतों की सभापति धर्मेंद्र भारद्वाज ने समीक्षा भी की है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि स्थानीय प्रशासन एवं जनता के बीच ब्रिज की तरह कार्य करते है, जिसका उद्देश्य आमजन मानस को केंद्र एवं प्रदेश सरकार की योजना का लाभ पहुंचाना है, जोकि सरल प्रक्रिया से हो सके। जनप्रतिनिधि के कार्य क्षेत्र में कराए जा रहे विकास कार्यों की शिलापट्ट पर उनका नाम भी अंकित किया जाए। उन्होंने प्रशासन द्वारा मेरठ महोत्सव के सफल आयोजन की सराहना भी की।

बैठक में एमएलसी श्रीचंद शर्मा, किरन पाल कश्यप, विच्छे लाल, पूर्व एमएलसी सरोजनी अग्रवाल, डीएम दीपक मीणा, एसएसपी डॉ विपिन ताडा, नगर आयुक्त सौरभ गंगवार, एडीएम प्रशासन बलराम सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट अनिल कुमार समेत आदि अधिकारी मौजूद रहे।