वाराणसी। यूपी के कई जिलों में तीन दिनों से मौसम का कहर जारी है। वाराणसी में धूप से भी राहत नहीं मिल पा रही है। शाम होते ही शीतलहरी का एहसास हो रहा है। गलन के कारण लोग आग का सहारा ले रहे हैं। बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखा जा रहा है। वहीं, गंगा घाटों पर युवाओं की टोली सैर-सपाटा कर रही है।

पहाड़ों पर बर्फबारी की वजह से काशी में गलन भरी सर्दी बढ़ गई है। न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जो सामान्य तापमान से 2.9 डिग्री सेल्सियस कम है। मौसम विज्ञान विभाग के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक इस सीजन में सबसे सर्द रात शनिवार रही है। इससे पहले 14 दिसंबर 2021 को न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। नौ साल यानी 14 दिसंबर 2015 से 14 दिसंबर 2024 के बीच यह दूसरा मौका है, जब तापमान आठ डिग्री से कम रहा।

बीएचयू के मौसम विज्ञानी के मुताबिक, अब कड़ाके की सर्दी पड़ेगी। रविवार को न्यूनतम पारा और गिर सकता है। कोहरा बढ़ने की संभावना बनी हुई है। दिसंबर के मध्य में मौसम तेजी से बदला है। पहले सप्ताह में अधिकतम तापमान जहां 28 और न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस था, वह अब 23.2 और 7.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है।

सुबह नौ किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलीं हवाएं
शनिवार को दिन में पछुआ हवाएं चलीं। वातावरण में सुबह की नमी 63 और देर शाम 44 फीसदी रही है। सुबह 11 बजे तक नौ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से नम हवाएं चलीं। इससे गलन बढ़ गई और कंपकंपी महसूस की गई। वहीं, रात साढ़े दस बजे के बाद चार किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चली हैं। इससे गलन भरी सर्दी महसूस की जा रही है।