नई दिल्ली. देशभर के करोड़ों लोग होली के रंगों में रंगने के लिए तैयार है. होली में गुलाल और पानी वाले रंग का मजा अपने आप में ही दोगुना हो जाता है. हालांकि, होली के रंग आपके मुसीबत ना बन जाए, इसलिए कुछ सावधानियां बरतनी बहुत जरूरी है. होली में खेल-खेल के दौरान कभी आंखों में रंग चला जाता है. बाजार में मिलने वाले केमिकल युक्त रंग आपकी आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इतना ही नहीं ये रंग आपको अंधा भी बना सकते हैं. केमिकल वाले रंग ना तो आंखों के लिए सही है और ना ही त्वचा के लिए. आज हम आपको बताएंगे कि होली खेलते समय अपनी आंखों को किस तरह सुरक्षित रखें.

होली खेलते वक्त किसी पर पिचकारी का गुब्बारे का हमला सीधे मुंह पर ना करें. आंखों में रंग वाला पानी पड़ने से कॉर्निया खराब हो सकती है. हो सके तो पिचकारी और गुब्बारे को इग्नोर करें.

केमिकल से बने रंग की जगह हर्बल कलर्स से होली खेलें. केमिकल से बने रंग आंखों की एलर्जी और अल्सर सहित कई परेशानियां खड़ी कर सकते हैं.

गुलाल लगाते वक्त आंखों को बंद करके रखें, वरना आंखों में चोट लग सकती है और हमेशा के लिए रोशनी जा सकती है.

अगर आंखों में रंग चला जाए तो तुरंत साफ पानी से अपनी आंखें धोएं. आंखों को मलने या रगड़ने की गलती ना करें.
होली खेलने के बाद आंखों में कुछ दिक्कत महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं

मोबिल, पेंट आदि से तो गलती से भी होली न खेलें.
हर्बल कलर और हर्बल गुलाल का ही प्रयोग करें. इससे आपको कोई दिक्कत नहीं हो सकती है.
हमेशा रंग को साफ पानी में ही घोलें.
होली खेलते वक्त चश्मा लगाकर रखें.
अगर आंखों में रंग चला जाए तो ठंडे पानी से आंख को धोएं.
जलन दूर होने तक अपनी आंखों को धोएं.
आंखों को रगड़ने की कोशिश बिल्कुल ना करें.