मेरठ। अतीक और अशरफ हत्याकांड में भी मेरठ का कनेक्शन जुड़ गया है। हत्यारोपियों ने कुबूल किया है कि जो पिस्टल हत्याकांड में इस्तेमाल की गईं हैं, वे चार साल पहले मेरठ के बदमाश ने दी थी। इस बदमाश का नाम वे सोढ़ी बता रहे हैं। चूंकि सोढ़ी नाम का कोई भी बदमाश मेरठ या आसपास के जनपद में नहीं रहा है, ऐसे में माना जा रहा है कि इन हत्यारोपियों का कनेक्शन मुजफ्फरनगर के बदमाश सांडू से था। 2019 में सांडू का मुजफ्फरनगर में एनकाउंटर हो चुका है।

अतीक हत्याकांड में आरोपी मोहित उर्फ सनी ने पुलिस को बताया कि उनकी चार साल पहले मेरठ के बदमाश सोढ़ी से जेल में दोस्ती हो गई थी। उसी ने बाद में उनको ये पिस्टल मुहैया कराए थे। मेरठ के बदमाश सोढ़ी द्वारा पिस्टल दिए जाने की जानकारी सामने आने के बाद सोमवार को दिनभर मेरठ में पुलिस सोढ़ी का रिकॉर्ड खंगालती रही। सामने आया कि सोढ़ी नाम का कोई बदमाश मेरठ में ऐसा नहीं रहा, जिसका एनकाउंटर हो चुका हो।

हां, मुजफ्फरनगर का बदमाश रोहित उर्फ सांडू 2016 में फैजाबाद जेल में जरूर बंद रहा। वो मिर्जापुर जेल में भी रहा। उसने जेल में रहते हुए हरियाणा के रविंद्र उर्फ कालिया और अयोध्या के राकेश यादव के साथ मिलकर गिरोह भी बनाया था। सांडू जेल में आने वाले नए लड़कों को अपना चेला बना लेता था। उन्हें इंग्लिश हथियार देकर जेल से छूटने के बाद रंगदारी के धंधे में लगा देता था। सनी के पास जो ऑटोमेटिक जिगाना पिस्टल मिली है, जिसे वह सोढ़ी द्वारा दिए जाने की बात कर रहा है, उसे सांडू ही मुहैया करा सकता था। ऐसे में यह माना जा रहा है कि 2018 में सांडू ने ये पिस्टल हत्यारोपियों को उपलब्ध कराईं थी।

16 जुलाई 2019 को सांडू को यूपी पुलिस ने मुजफ्फरनगर में ढेर कर दिया था। उसे दो साथी अगले दिन मेरठ सें पुलिस एनकाउंटर में मारे गए थे। सांडू वेस्ट यूपी का शतिर बदमाश था। वो मेरठ के भूपेंद्र बाफर का खास था। सांडू ने भूपेंद्र बाफर के साथ मिलकर पुलिस कस्टडी में सुशील मूंछ की हत्या की भी योजना बनाई थी।