गाजियाबादः उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और इन मामलों को लेकर एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं। गाजियाबाद पुलिस ने इस सिलसिले में शनिवार को 3 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमे से 2 पहले हिंदू थे और बाद में मुसलमान बन गए। इन्‍होंने एक और शख्‍स की मदद लेकर अब तक 7 युवक-युवतियों का धर्मांतरण करवाया है। पकड़े गए आरोपियों में देवबंद मदरसे के छात्र, कोचिंग संस्थान संचालक और एक प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी शामिल हैं।

मामले का खुलासा तब हुआ जब गाजियाबाद के खोड़ा में रहने वाली एक लड़की के माता-पिता ने पुलिस से शिकायत की कि उनकी बेटी कई महीनों से कुछ अजीबोगरीब हरकतें कर रही है। वह कभी नमाज पढ़ती है तो कभी वजू करती है। पुलिस ने जब इस मामले की तहकीकात की तो वह इन लोगों तक पहुंच गई। पकड़े गए आरोपियों की पहचान दिल्ली के संगम विहार के राहिल उर्फ राहुल अग्रवाल, पलवल के अब्दुल्ला अहमद उर्फ सौरभ खुराना और संगम विहार के मोहम्मद मुसीर के रूप में हुई है।

राहिल नोएडा की कंपनी में जॉब करता है, जहां खोड़ा निवासी युवती उसके संपर्क में आई। मुसीर दिल्ली के संगम विहार में कोचिंग सेंटर चलाता है। वहीं अब्दुल्ला उर्फ सौरभ पहले एएमयू का छात्र रहा है और अब देवबंद के मदरसे से पढ़ाई कर रहा था। दरअसल, गाजियाबाद के खोड़ा में रहने वाली एक लड़की नोएडा के सेक्टर 62 इलाके में एक कंपनी में टेलीकॉलर का काम करती है। उसके पिता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि पिछले कई महीनों से उनकी बेटी का व्यवहार बदला हुआ है। जब पिता ने अपनी बेटी का मोबाइल फोन चेक किया तो उन्हें पता चला कि उनकी बेटी ने धर्मांतरण कर लिया है।

पिता ने इस बाबत जब बेटी से बातचीत की तो उसने कबूल कर लिया कि उसने धर्मांतरण किया है और वह शरिया कानून पढ़ रही है। उसने अपने पूरे परिवार पर भी धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया। इसके बाद पिता ने 7 जुलाई को थाना खोड़ा में दिल्ली निवासी राहुल अग्रवाल उर्फ राहुल के खिलाफ धर्मांतरण का मुकदमा दर्ज कराया। डीसीपी विवेक चंद्र यादव ने बताया, ‘2017 में राहुल अग्रवाल 12वीं की पढ़ाई के दौरान कोचिंग लेने मोहम्मद मुसीर के दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट पर पहुंचा।’