मुंबई: देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का असर लगभग खत्म सा हो रहा है. थोड़े समय की राहत के बाद तीसरी लहर का खतरा लगातार मंडरा रहा है. एक्सपर्ट्स कह चुके हैं कि तीसरी लहर का ज्यादा असर बच्चों पर देखने को मिलेगा. आंकड़े इसकी पुष्टि कर रहे हैं. इस बीच खबर है कि मुंबई में एक हफ्ते में करीब 40 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं.
कोरोना की तीसरी लहर मुंबई में दस्तक देना शुरू कर चुकी है. इस बार यहां कोरोना का सर्वाधिक असर बच्चों और युवाओं पर दिख रहा है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मुंबई महानगर पालिका (BMC) की तैयारी कैसी है. राजधानी के मानखुर्द में चेंबुर चिल्ड्रन होम में 18 बच्चे कोरोना से संक्रमित हुए, जिनकी उम्र 10-18 साल के बीच है. यहां कुल 102 बच्चे रहते हैं.
मुंबई में कोविड की पहली लहर में कुल मरीजों का 5.6% बच्चे और 19 साल से कम एज ग्रुप के थे. फिलहाल ये दर लगभग दो गुनी हो गई है यानी मुंबई में 10.8% बच्चे और नौजवान इंफेक्टेड हैं. जून में 13% बच्चे और युवा कोविड से प्रभावित हुए थे.
एक ओर अनलॉक का दबाव और दूसरी ओर त्योहारों के मौसम में कोरोना की तीसरी लहर डर सभी को सता रहा है. इसी महीने की बात करें तो 21 से लेकर 28 अगस्त तक मुंबई में 247 बच्चे और 19 साल से कम के टीनेजर्स कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. इनमें से 65 बच्चों की उम्र तो 9 साल से भी कम है. वहीं अगस्त के पहले 20 दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के 8041 मामले सामने आये उसमें 508 यानी 9.2% बच्चे कोरोना पॉजिटिव थे. सेंसस के अनुसार मुंबई की 29% आबादी 19 साल से कम एज ग्रुप की है और कोरोना का वायरस इस बार इसी एज ग्रुप में तेजी से फैल रहा है.