अप्रैल महीने के शुरुआती दिनों में बारिश-ओलावृष्टि के चलते गेहूं समेत रबी की अन्य फसलों को काफी नुकसान हुआ था. राजस्थान के चुरू जिले के किसान भी इससे प्रभावित हुए थे. इसके बाद से ही किसान मुआवजे की मांग कर रहे थे. किसानों के मुताबिक उनकी मांग अब तक नहीं मानी गई. चुरू जिले के किसान अब बीमा क्लेम की मांग पर सड़कों पर उतर गए हैं.
रविवार यानी 23 अप्रैल को 6 सूत्रीय मांगों के साथ चुरू जिलों में किसानों ने टोल नाके पर कब्जा जमा लिया. इस दौरान हरियाणा, दिल्ली, से जुड़ने वाली सभी सड़कों को जाम कर दिया. किसानों ने मांग नहीं मानने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
रविवार को चुरू जिले के सभी सड़कों, हाईवे, कच्चे रास्तों और टोल प्लाजा पर किसानों का कब्जा रहा. किसान अपने बीमा क्लेम की मांगो को लेकर सड़कों पर खाट-चारपाई बिछाकर बैठ गए. किसान नेताओं ने बताया कि लंबे समय से वे फसल बीमा क्लेम की मांग कर रहे हैं. अभी सिर्फ सरकार को चेताने के लिए सांकेतिक जाम की शुरुआत की है. सरकार ने हमारी मांग नहीं मानी तो प्रदर्शन और उग्र कर देंगे.
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए हाईवे पर पुलिस बल तैनात किए गए. यातायात सुचारू तरीके से चल सके इसके लिए इन मार्गों पर जाने वाले वाहनों को डायवर्ट किया गया. प्रदर्शन व जाम के दौरान बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे. किसानों ने सरकार को जल्द से जल्द उनकी मांगों को मान लेने का अल्टीमेटम दिया है.