मेरठ। विधायक अतुल प्रधान ने फिलहाल 30 दिन का अल्टीमेटम देकर अपना आमरण अनशन समाप्त कर दिया। कहा कि एक महीने में व्यवस्था नहीं बदली तो फिर आंदोलन करूंगा। लोगों को जगाने के लिए भूख हड़ताल की थी। अगली बार अस्पतालों के साथ ही निजी स्कूलो के खिलाफ भी आंदोलन होगा।

कमिश्नर पार्क में महापंचायत में सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल एवं पूर्व नेता विरोधी दल विधान परिषद संजय लाठर भी पहुंचे। विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि मैंने अपनी 20 साल की संपत्ति की घोषणा की, डॉक्टर अपनी केवल तीन साल की संपत्ति की घोषणा करें। एसपी सिटी, एडीएम सिटी और सीएमओ मंच पर पहुंचे। एडीएम सिटी के मांगों को पूरा करने के आश्वासन पर एक महीने का समय दिया।

इस पर विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि मांग पूरी नहीं हुई तो फिर आंदोलन होगा। अतुल प्रधान ने जूस पीकर अनशन तोड़ा। जिस बच्ची का बिल कम कराने पर ये आंदोलन हुआ, उस बच्ची और उसकी मां सोनम के हाथ से जूस पीकर अनशन खत्म किया। भाकियू चढूनी के अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए अतुल जैसे क्रांतिकारी की जरूरत है।

भाजपा वालों में आत्मा नहीं बची, किसान आंदोलन में 750 किसान मारे गए थे, लेकिन इनकी आत्मा नहीं जगी। अतुल प्रधान ने कहा, मेरी भूख हड़ताल व्यवस्था परिवर्तन और लोगों को जगाने के लिए है। हम जो भी हैं जनता की वजह से हैं। मेरी लड़ाई अकेले न्यूटिमा अस्पताल से नहीं बल्कि उसके जैसे उन सभी अस्पतालों से है जो जनता को लूट रहे हैं। हम गांधी जी, लोहिया जी और जयप्रकाश नारायण जी को मानने वाले लोग है