नई दिल्ली. देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने MCLR (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स) में 5 बेसिस पॉइंट (bps) तक वृद्धि कर दी है. लेंडिंग रेट्स में बढ़ोतरी से होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन सबकुछ महंगा हो जाएगा. इसका असर वर्तमान कर्जधारकों पर भी होगा और इसकी ईएमआई बढ़ जाएगी.
स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, बैंक ने सभी अवधियों में MCLR में 5 बीपीएस की वृद्धि की. इससे पहले, 01-11-2022 को, PNB ने सभी अवधियों के लिए MCLR में 30 बीपीएस की वृद्धि की थी. एमसीएलआर/आरएलएलआर + बीएसपी से जुड़े अग्रिमों पर ब्याज दर वर्तमान में 0.25% है.
PNB की नई दर 1 दिसंबर से प्रभावी हो चुकी है. ओवरनाइट MCLR को 7.40% से बढ़ाकर 7.45% कर दिया गया है, 1 महीने की MCLR को 7.45% से बढ़ाकर 7.50% कर दिया गया है, तीन महीने की MCLR को 7.55% से बढ़ाकर 7.60% कर दिया गया है, छह महीने की MCLR को 7.75% से बढ़ाकर 7.80% कर दिया गया है. 1 साल की MCLR 8.05% से बढ़कर 8.10% और 3 साल की MCLR 8.35% से बढ़कर 8.40% हो गई है.
मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट में 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी के कारण, PNB के जिन ग्राहकों ने कर्ज लिया है, उन्हें अब अधिक EMI चुकानी होगी. नई कार ऋण पर, एक वर्ष का एमसीएलआर+0.10% वर्तमान में 8.15% है, और पुरानी कार ऋण के लिए एक वर्ष का एमसीएलआर+1.10% वर्तमान में 9.15% है.
पंजाब नेशनल बैंक का चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 63 प्रतिशत घटकर 411 करोड़ रुपये रह गया. बैंक ने बताया कि फंसे हुए कर्ज के लिए उच्च प्रावधान के कारण शुद्ध लाभ में कमी हुई. एक साल पहले की इसी तिमाही में बैंक ने 1,105 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. पीएनबी ने शेयर बाजार को बताया कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 23,001.26 करोड़ रुपये हो गई. एक साल पहले इसी अवधि में 21,262.32 रुपये थी. बैंक की दूसरी तिमाही में ब्याज से आय भी बढ़कर 20,154 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 17,980 करोड़ रुपये थी.