महाराष्ट्र में तूफान ताउते के चलते अब तक 6 लोगों की मौत हुई है और 9 लोग घायल हैं। 4 जानवरों की भी मौत हुई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने तूफान के चलते हुए नुकसान कार्यों का जायजा लिया है। उन्होंने तुरंत राहत कार्य तेजी से करने का आदेश दिया है। इस दौरान करीब 13 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन से गिरे हुए पेड़ों, गिरे हुए बिजली के खंभों को तुरंत हटाने और गांवों की ओर जाने वाली सड़कों को भी सही करने को कहा, ताकि यातायात सुचारु हो सके।
इस तूफान के चलते पूरे महाराष्ट्र में 2 हजार 542 घर ढह गए हैं और 6 घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं। इसमें ठाणे जिले में 24 घर, पालघर में 4, रायगढ़ में 1784, रत्नागिरी में 61, सिंधुदुर्ग में 536, पुणे में 101, कोल्हापुर में 27 और सतारा में 6 घर शामिल हैं। चक्रवातीय तूफान ताउते की वजह से महाराष्ट्र और मुंबई के तटीय इलाकों में मौसम खराब है। इस बीच मुंबई से करीब 175 किलोमीटर दूर बॉम्बे हाई फील्ड में सैकड़ों लोग फंस गए हैं। हीरा ऑयल फील्ड्स के पास एक बहती नाव पर कम से कम 273 लोग फंसे हुए हैं। सभी की जान जोखिम में है। इस बीच फंसे लोगों को बचाने के लिए भारतीय नौसेना ने कमर कसी है। मौके पर रेस्क्यू के लिए जहाज भेजा गया।
चक्रवाती तूफान की वजह से से मुंबई में बांद्रा-वर्ली सी लिंक को अगले आदेश तक आवागमन के लिए बंद रखा गया है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (ठडब्) ने लोगों से वैकल्पिक मार्ग अपनाने की अपील की है। चक्रवाती तूफान की वजह से मुंबई में कई इलाकों में सोमवार को भारी बारिश हो रही है। कई जगहों पर तेज हवाओं की वजह से पेड़ गिरे और समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं। मुंबई के गेट वे ऑफ इंडिया के पास पानी सड़कों पर आ गया।
देर रात से ही महाराष्ट्र के मुंबई, उत्तरी कोकण, ठाणे और पालघर के हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। मुंबई के एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया और कुछ विमानों को भी डायवर्ट करना पड़ा। वैक्सीनेशन का काम भी रोक दिया गया। बांद्रा-वर्ली सी लिंक को भी ऐहतियातन बंद कर दिया गया है। चक्रवाती तूफान ताउते के चलतेकई जगहों पर पेड़ गिरे हैं। अकेले मुंबई में पेड़ गिरने की 132 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। नवी मुंबई में 8, कल्याण-दोम्बिवली में 22 और ठाणे में 28 जगहों पर पेड़ गिरने की खबर है। ताउते तूफान की वजह से महाराष्ट्र में कई जगहों पर मकान हुए क्षतिग्रस्त। कई जगहों पर छतें टूटीं, पोल उखड़ गए। सिंधुदुर्ग में सबसे अधिक 536 ऐसी घटनाएं। रत्नागिरी में 61, ठाणे और रायगढ़ में 2-2 मामले।
मुंबई के साथ ही महाराष्ट्र के तटीय इलाके रायगढ़, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, ठाणे, पालघर में लगतार तेज हवाओं के साथ बारिश जारी है। मौसम विभाग के अनुसार यह क्रम अगले कुछ दिनों तक चलेगा। कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश जारी रहेगी। तूफान की वजह से भारी बारिश और मची तबाही के बीच मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर खुद सड़कों पर उतर गईं। उन्होंने वर्ली सी फेस एरिया और दादर सहित अन्य जगहों पर जाकर हालात का जायजा लिया। नवी मुंबई के ब्प्क्ब्व् एग्जीबिशन सेंटर में बने कोविड सेंटर की कवरिंग ग्लास भी टूट गई। इसी तरह बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स सहित अन्य जगहों पर कोरोना मरीजों के लिए बने सेंटर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। बड़ी संख्या में मरीजों को दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया गया।
कई जगहों पर पेड़, बिजली के पोल, घर की छत टूट गई। ऐसे ही तेज हवाओं की वजह से टूटा पेड़ बेस्ट की बस पर जा गिरा।
महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने सोमवार को बीएमसी आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ का दौरा किया और चक्रवात ताउते के कारण उत्पन्न स्थतियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि महानगर के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए अधिकारी हरसंभव काम कर रहे हैं। ताउते के कारण मुंबई और इसके आसपास के इलाकों में सोमवार को तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई। ठाकरे ने ट्वीट किया, ‘बीएमसी के आपदा प्रबंधन कक्ष का दौरा किया ताकि चक्रवात ताउते से उत्पन्न स्थिति की जानकारी ली जा सके।’उन्होंने कहा, ‘आपको सुरक्षित रखने के लिए हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। अपनी सुरक्षा के लिए घर के अंदर रहें। किसी भी आपात स्थिति के लिए 1916 पर फोन करें।’