नई दिल्ली. बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए सभी माता-पिता तमाम योजनाओं में निवेश करते हैं. खासकर बेटी के भविष्य पर लोगों को फोकस ज्यादा होता है. बेटियों के भविष्य को उज्जवल एवं सुरक्षित बनाने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की बचत योजनाओं का संचालन किया जाता है. इन बचत योजनाओं पर रिटर्न तो अच्छा मिलता है ही साथ में इनकम टैक्स छूट का फायदा भी मिलता है.
ऐसी ही एक योजना है सुकन्या समृद्धि योजना. इस योजना में निवेश करके आप बेटी की शिक्षा या फिर शादी एकमुश्त राशि इकट्ठा कर सकते हैं. अगर आप अपनी बेटी के लिए फ्यूचर प्लानिंग कर रहे हैं तो सुकन्या समृद्धि योजना एक शानदार ऑप्शन हो सकता है. अगर आप बेटी के जन्म से ही उनके लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करते हैं आगे चलकर उसे उतना ही फायदा मिलता है.
सुकन्या समृद्धि योजना एक शानदार स्कीम है. यह केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजना है. इसलिए इसमें जमा पैसा हमेशा सुरक्षित रहता है. साथ में टैक्स छूट का फायदा भी मिलता है. इस स्कीम पर इस समय 7.6 फीसदी के हिसाब से सालाना ब्याज मिलता है. इस स्कीम के तहत आप 10 साल से कम उम्र की बेटी के नाम से किसी बैंक या डाकघर में खाता खुलवाया जा सकता है.
सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट में निवेश की न्यूनतम सीमा 250 रुपए है. इसमें आप अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपए जमा करवा सकते हैं. इस खाते का संचालन बेटी की आयु 21 वर्ष की होने या फिर 18 वर्ष की आयु के बाद शादी होने तक किया जा सकता है. बेटी की हायर एजुकेशन के लिए 18 वर्ष की आयु के बाद खाते से 50 फीसदी तक की रकम की निकासी की जा सकती है.
21 साल में लाखों का फंड
इस स्कीम में आपको सिर्फ 15 साल तक निवेश करना होता है, उसके बाद आगे के 6 साल तक यानी 21 की उम्र तक ब्याज मिलता है. अगर आप 15 साल तक हर साल अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा करते हैं तो आपकी जमा राशि 22.50 लाख रुपये होगी. इस पर हर साल 7.6 प्रतिशत के हिसाब से ब्याज मिलता है और हर साल चक्रवृ्द्धि ब्याज का फायदा मिलता है. इस पर हिसाब लगाया जाए तो निवेश और ब्याज की राशि मिलाकर इस खाते में लगभग 65 लाख रुपये इकट्ठा हो जाएंगे.
टैक्स छूट का मिलता है फायदा
सुकन्या समृद्धि खाते में जमा की जाने वाली 1.5 रुपये तक की रकम पर इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है. खास बात ये है कि सुकन्या समृद्धि योजना खाते के मैच्योर होने पर मिलने वाला पैसा भी पूरी तरह से टैक्स फ्री होता है.