मेरठ। मवाना में एसडीएम दफ्तर के सामने खुद को आग लगाने वाले किसान की मौत हो गई है। किसान का शरीर 70 फीसदी जल गया था, जिसके बाद उसे मेरठ के लिए रेफ किया गया था। वहीं, शनिवार को उपचार के दौरान किसान जगबीर की मौत हो गई।

उधर, किसान की मौत से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। हस्तिनापुर के अलीपुर मोरना गांव में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।जगबीर की मौत की खबर सुनते ही परिजनों में आक्रोश फैल गया। परिजन मवाना जाकर धरना-प्रदर्शन की जिद पर अड़े हैं, जबिक कुछ ग्रामीण पीड़ित परिवार को समझाने की कोशिश में लगे हैं। लेकिन परिजन नहीं मान रहे हैं। उधर, प्रशासनिक अधिकारियों ने मृतक जगबीर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

परिजनों का कहना है कि जब तक दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक वह उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। सपा विधायक अतुल प्रधान और भाजपा नेता आकाश गुर्जर अभी गांव में मौजूद हैं। जो पीड़ित परिवार की ओर से कुछ मांगों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से लगातार बातचीत कर रहे हैं। हालांकि प्रशासन की ओर से अभी कोई मांग मंजूर नहीं की गई है। फिलहाल आश्वासन दिया जा रहा है। वहीं, मृतक के बेटे आकाश ने थाने पर कई अधिकारियों के खिलाफ हत्या के मामले में तहरीर दी है।

एसडीएम अखिलेश यादव और थाना प्रभारी विजय बहादुर आज यानी शनिवार को गांव में पहुंचे थे, जहां उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया था। एसडीएम अखिलेश यादव ने ग्रामीणों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया था। साथ ही कहा कि इस मामले में निष्पक्षता से पूरी जांच कराई जाएगी। लेकिन अब किसान की मौत होने से अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए हैं।