नई दिल्ली. दिल्ली मेट्रो के विस्तार की योजना जोरों पर चल रही है. इसके तहत दिल्ली मेट्रो कॉर्पोरेशन दिल्ली में रिंग मेट्रो लाइन के विकास पर काम कर रहा है. यह विस्तार परियोजना पूरी होने के बाद, डीएमआरसी की पिंक लाइन भारत की पहली रिंग मेट्रो होगी. वहीं 12.55 किमी के विस्तार के बाद मजलिस पार्क-मौजपुर कॉरिडोर कुल 71.15 किमी को कवर करने वाली सबसे लंबी मेट्रो लाइन होगी.
दिल्ली मेट्रो की इस परियोजना से दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के आसपास के शहरों को काफी लाभ होने की उम्मीद है. यहां हम आपको नई मेट्रो परियोजना के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य बता रहे हैं.
पिंक लाइन का मजलिस पार्क-मौजपुर कॉरिडोर सड़कों पर ट्रैफिक को कम करने में मदद करेगा और साथ में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कनेक्टिविटी में सुधार करेगा. एक बार रिंग मेट्रो कॉरिडोर पूरा हो जाने के बाद, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और बहादुरगढ़ सहित दिल्ली के सैटेलाइट शहरों के यात्रियों को सेवाओं का लाभ मिलेगा.
रिंग मेट्रो डीएमआरसी की सबसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक है. यह पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, उत्तरी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली सहित कई गलियारों को जोड़ेगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह कॉरिडोर यात्रियों को ट्रिपल डेकर मेट्रो की सवारी कराएगा क्योंकि मेट्रो लाइन के नीचे फ्लाईओवर भी बनेगा.
दिल्ली रिंग मेट्रो में बुराड़ी स्टेशन, झरोदा स्टेशन, जगतपुर विलेज स्टेशन, सूरघाट स्टेशन, सोनिया विहार स्टेशन, खजूरी खास स्टेशन, भजनपुरा स्टेशन, यमुना विहार स्टेशन और मौजपुर-बाबरपुर स्टेशन जैसे कई स्टेशन शामिल होंगे. मजलिस पार्क-मौजपुर कॉरिडोर से रिंग रोड पर मेट्रो स्टॉप की संख्या 8 तक बढ़ जाएगी, जिससे कुल 47 स्टॉप हो जाएंगे. इनमें 11 इंटरचेंज स्टेशन होंगे जो पिंक लाइन को दिल्ली मेट्रो की अन्य लाइनों से जोड़ेंगे.
पिंक लाइन का विस्तार डीएमआरसी के चौथे चरण की विकास योजना का हिस्सा है. इस परियोजना को सितंबर 2023 तक पूरा करने का टारगेट रखा गया था लेकिन इसमें कुछ देरी के बाद यह कॉरिडोर जून 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है. इस परियोजना के लिए डिजाइन-बिल्ड अप्रोच का उपयोग किया जाएगा. इस विस्तार के निर्माण के लिए डीएमआरसी ने तीन कंपनियों के एक ग्रुप को कॉन्ट्रैक्ट दिया है.
दिल्ली मेट्रो की इस महत्वपूर्ण परियोजना मजलिस पार्क-मौजपुर लाइन का काम पूरा होने के बाद, दिल्ली मेट्रो दुनिया के 400 किलोमीटर से ज्यादा मेट्रो सिस्टम वाले गिने चुने शहरों की लिस्ट में शामिल हो जाएगी. बता दें कि इस लिस्ट में अभी बीजिंग, शंघाई, ग्वांगझू, शेनझेन, चेंगदू, मॉस्को और लंदन जैसे शहर शामिल हैं.