नई दिल्ली। सुल्तानपुरी कांड के पांचों आरोपियों ने जब कंझावला रोड पर जोंटी गांव के पास कार रोकी तो उन्होंने युवती को कार में फंसा देखा। आरोपियों ने युवती को कार के नीचे से निकाला और खुले आसमान के नीचे फेंककर चले गए। युवती के शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। सुल्तानपुरी थाने में दर्ज एफआईआर (नंबर-2/23) से ये खुलासा हुआ है। एफआईआर में आरोपी अमित व दीपक ने कार मालिक आशुतोष को बताया है कि उन्होंने ज्यादा शराब पी रखी थी। उन्होंने किशन विहार में स्कूटी सवार युवती को टक्कर मार दी थी।

इसके बाद डर से वह फरार हो गए। आरोपियों ने ये नहीं देखा कि युवती कार में फंस गई है। एफआईआर में कहा है कि दुर्घटनाग्रस्त स्कूटी मिलने की सूचना पर पुलिस ई-7/डी-2 शनि बाजार रोड किशन विहार पहुंची। यहां क्षतिग्रस्त स्कूटी खड़ी मिली। पुलिस को मौके पर कोई गवाह नहीं मिला। मौके पर एक जूता मिला। स्कूटी का मालिकाना निकलवाया गया तो पता लगा कि स्कूटी एम-ब्लाॅक, मंगोलपुरी निवासी रेखा के नाम रजिस्टर्ड है।

पता लगा कि वह पांच वर्ष पहले घर खाली करके चले गए हैं। इसके बाद सुल्तानपुरी पुलिस को रोहिणी जिले से तीन पीसीआर कॉल मिलीं। सूचना दी गई कि वाई पाॅइंट, हनुमान मंदिर के पास जोंटी गांव के पास कंझावला रोड पर युवती नग्न अवस्था में पड़ी हुई है। पुलिस को बेलेनो कार का नंबर मिल गया। पुलिस ने युवती को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। कॉलर से मिले रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर पता लगा कि कार सेक्टर-एक, रोहिणी निवासी आशुतोष की है।

आशुतोष ने बताया कि कार को दोस्त अमित व दीपक 31 दिसंबर को शाम मांगकर ले गए थे। दीपक व अमित ने आशुतोष को बताया था कि किशन विहार में एक्सीडेंट हो गया है। कंझावला रोड पर पता चला कि कार के नीचे लड़की फंसी हुई है। इन्होंने लड़की को नीचे से निकाला और और उसे वहीं फेंककर चले गए। कार दीपक चला रहा था।

रोहिणी स्थित फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला ने आरोपियों की कार का निरीक्षण किया है। कार की चेसिस में ड्राइवर के बगल वाली सीट की तरफ आगे से पीछे तक कार के नीचे खून ही खून लगा मिला है। कार के नीचे स्किन के हिस्से मिले हैं। काफी मात्रा में खून मिला है। एफएसएल के अधिकारियों के अनुसार, युवती कार की अंडर बॉडी पार्ट्स में फंस गई थी। कार से बीड़ी व सिगरेट के टुकड़े मिले हैं। उधर, तीन डॉक्टरों के पैनल ने युवती के शव का पोस्टमार्टम किया है। मंगलवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।

सुल्तानपुरी मामले की जांच भाजपा ने फास्ट ट्रैक कोर्ट से कराने की मांग की है। इस मामले में भाजपा ने आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है। उपराज्यपाल को भी पत्र लिखकर कहा है कि सभी कार सवारों की मिलीभगत है, साजिश है, सख्त से सख्त सजा इस मामले में मिलनी चाहिए। प्रदेश भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि यह कोई साधारण सड़क दुर्घटना नहीं बल्कि एक आपराधिक घटना है।

प्रदेश भाजपा प्रवक्ता हरीश खुराना ने कहा कि पार्टी इस पूरी घटना का पुरजोर विरोध करती है। हालांकि पांच आरोपियों में एक के भाजपा कार्यकर्ता होने की बात सामने आई है, इसे लेकर प्रदेश भाजपा ने चुप्पी साध ली है। न तो उसे पार्टी से बर्खास्त करने की बात की गई है और न ही पार्टी ने स्वीकारा है जबकि आरोपी पार्टी के लिए अपने मंगोलपुुरी मंडल में डाटा एंट्री का कार्य करता है। इस बाबत भाजपा ने दिल्ली के उपराज्यपाल को एक पत्र भी लिखा है। युवती की हत्या के आरोपियों पर धारा 302 लगाने की मांग की है। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने पत्र में लिखा कि सुल्तानपुरी-कंझावला सड़क दुर्घटना ने जनता को स्तब्ध किया है। भाजपा ने घटना को लेकर आप पर राजनीति करने का आरोप मढ़ा है।

दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल कुमार ने मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। साथ ही कहा कि इस मामले को दबाने के लिए दूसरे पहलुओं पर जांच के बजाय दुर्घटना बता रही है। उन्होंने कहा कि मृतका की मां ने आरोप लगाया है कि यह निर्भया जैसी नृशंस हत्या है। प्रदेश अध्यक्ष ने केजरीवाल से पीड़िता के परिवार के लिए एक करोड़ रुपये का मुआवजे देने की मांग की।

कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली पुलिस का दावा है कि यह एक दुर्घटना थी और मृतका की मां के आरोपों को सुनकर आगे की जांच होनी चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष ने मांग की कि इसके लिए एक उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन किया जाना चाहिए। केजरीवाल ने व्यक्तिगत रूप से इस मुद्दे को गृहमंत्री या प्रधानमंत्री के सामने उठाने की जहमत नहीं उठाई।

छानबीन के दौरान पुलिस को कई नई सीसीटीवी फुटेज भी मिलीं, जिनमें आरोपी कार से युवती को घसीटते हुए दिख रहे हैं। पुलिस इनको कब्जे में लेकर पड़ताल में जुटी है। एक फुटेज में आरोपी कार को यू-टर्न लेकर दूसरी ओर ले जाते हुए दिख रहे हैं। वहीं घटना के बाद से परिवार बेटी के लिए इंसाफ की गुहार लगा रहा है। परिजनों का आरोप है कि यह महज एक सड़क हादसा नहीं बल्कि साजिश है। आरोपियों ने जानबूझकर उनकी बेटी की यह दुर्दशा की है। घटना को लेकर सोमवार को परिजनों व स्थानीय लोगों ने सुल्तानपुरी थाने का घेराव भी किया। पुलिस ने किसी तरह परिवार को समझाने की कोशिश की।