नई दिल्ली। दिवाली की धूम भारत के ज्यादातर शहरों में देखने को मिलती है, लेकिन कुछ एक जगहों का नजारा ऐसा होता है जिसे देखना वाकई एक अलग एक्सपीरियंस है। यहां दिवाली का उत्सव दो या तीन दिन नहीं, बल्कि कई दिनों तक चलता है, तो अगर आप इस साल त्योहार को कुछ अलग अंदाज में सेलिब्रेट करना चाहते हैं, तो इन जगहों का बना सकते हैं प्लान।
दीवाली की धूम जिन जगहों पर सबसे ज्यादा देखने को मिलती है अयोध्या उनमें टॉप पर है। अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है। यहां दिवाली की नजारा ठीक वैसा ही होता है जैसा जब प्रभु राम, माता सीता और लक्ष्मण जी पूरे 14 साल वनवास काटकर लौटे थे तब देखने को मिला था। लोग सरयू नदी के किनारे इकट्ठा होते हैं, दीए जलाते हैं, पूजा करते हैं और इस दिन की खुशियां मनाते हैं। तो आप यहां दिवाली मनाने का प्लान बना सकते हैं।
वाराणसी जिसे बनारस के नाम से भी जाना जाता है। ये हिंदुओं के लिए बहुत ही पवित्र जगह है। जहां हर एक त्योहार बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है, तो अगर आप अपनी इस साल की दिवाली को यादगार बनाना चाहते हैं, तो रूख करें वाराणसी की ओर। दीयों की रोशनी और पटाखों से पूरा शहर जगमग हो जाता है। वाराणसी जाएं, तो गंगा घाट जरूर जाएं और आरती शाम की आरती देखना बिल्कुल मिस न करें। जो एक अलग ही तरह का एक्सपीरियंस है।
उदयपुर भी उन जगहों में शामिल है जहां पहुंचकर आप दीवाली फेस्टिवल को फुल एंजॉय कर सकते हैं। पिचोला लेक से दिवाली के दौरान शहर का सबसे खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है। वैसे तो उदयपुर हनीमून डेस्टिनेशन के तौर पर ज्यादा मशहूर है, लेकिन आप दिवाली पर भी यहां का प्लान बनाते हैं। दिवाली सेलिब्रेशन यहां बहुत ही रॉयल तरीके से होता है।
दिवाली में राजस्थान जाने की प्लानिंग सबसे बेस्ट है क्योंकि यहां उदयपुर के अलावा जयपुर भी एक बढ़िया ऑप्शन है। घरों के अलावा, सड़कें और दुकानें भी तरह-तरह की लाइट्स से सज जाती हैं। दिवाली के दौरान भारत ही नहीं देश-विदेश से भी पर्यटकों की भीड़ यहां इकट्ठा होती है। शाम को पूरा आसमान पटाखों से रंगीन नजर आता है। जयपुर आएं, तो यहां के जौहरी बाजार को तो देखना बनता है।
भगवान कृष्ण द्वारा राक्षस नरकासुर की हार के उपलक्ष्य में गोवा में दिवाली मनाई जाती है। हर साल, गोवा में एक प्रतियोगिता आयोजित की जाती है, जिसमें लोग सबसे बड़े और सबसे भयानक राक्षसों बनाते हैं, जिन्हें दिवाली से एक दिन पहले नरकासुर चतुर्दशी पर जला दिया जाता है। गोवा मौज-मस्ती के साथ ही दिवाली सेलिब्रेशन के लिहाज से भी बेस्ट डेस्टिनेशन है।