नई दिल्ली. हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का विशेष महत्व है.लोग इसका पालन भी करते हैं. लेकिन कई बार देखा गया है कि कुछ लोगों को उन्हें पूजा का फल नहीं मिल पाता. इस बारे में ज्योतिष दिनेश सिंह कहते हैं कि लोग पूजा तो करते हैं पर अनजाने में हुई गलती से बेफिक्र रहते हैं, जिसका उनको अंदाजा नहीं होता. उनको पता नहीं होता कि रोजाना सुबह-शाम ,दोनों समय की पूजा में कुछ अंतर होता है. इसलिए शाम के वक्त पूजा करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. शाम की पूजा में आप इन बातों का खास ध्यान रखें –

शाम के वक्त तुलसी की पत्तियां ना तो तोड़े और ना ही शाम के समय होने वाली पूजा में तुलसी का प्रयोग करें.
शास्‍त्रों में सूर्यास्‍त के बाद तुलसी को छूने से भी मना किया गया है. ऐसा करना कई मुसीबतों का कारण बन सकता है.
शाम के वक्त पूजा के लिए फूल कभी ना तोड़े, क्योंकि शाम के वक्त पूजा के लिए फूल तोड़ना अशुभ माना जाता है.
शाम की पूजा में भगवान को फूल भी अर्पित करें शाम के वक्त सूर्य देव का आह्वान गलती से भी नहीं करें. ऐसा करना अशुभ होता है.

पूजा हमेशा सूर्योदय से लेकर सूर्योस्‍त होने से कुछ घंटे पहले तक ही करें.
शाम की पूजा के दौरान घंटी या शंख नहीं बजाए, क्योंकि सूर्य अस्त होने के बाद देवी देवता शयन को चले जाते हैं और
घंटी और शंख बजाने से उनके आराम में खलल पड़ता है.
शाम की पूजा में हमेशा दो दीपक जलाएं एक घी का और एक तेल का.
भगवान के व‍िश्राम में बाधा उत्‍पन्‍न न हो इसके लिए पूजा स्‍थल का पर्दा डाल दें और भोर के समय ही इनको खोलें