बुढ़ापे में कौन करेगा तुमसे शादी, अरे 30 की हो गई लेकिन अभी तक सिंगल हो…बेटा समय से शादी कर लेना आगे के लिए अच्छा होता है….कुछ ऐसी ही बातें सुनने को मिलती है शादी में देरी होने पर। और कई मां-बाप तो बच्चों की शादी को लेकर इतने ज्यादा परेशान रहते हैं कि जो भी मिले बस उसी से बात फिक्स करने लग जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं इस जल्दबाजी में ऐसी कई सारी गलतियां कर बैठते हैं, झूठ बोलते हैं जो कपल की आने वाली जिंदगी को खराब कर सकता है। आज हम इसी के बारे में बात करने वाले हैं।
मैट्रिमोनियल साइट्स ने काफी हद तक रिश्ते ढूंढ़ने के काम को आसान बना दिया है। साइट पर दूल्हा-दुल्हन से जुड़ी जरूरी जानकारी डालो, मैंचिंग प्रोफाइल मिल गया तो बात आगे बढ़ाओ। सब कुछ ठीक रहा तो चट मंगनी पट ब्याह…सोचने में तो बहुत कूल लगता है लेकिन कई बार इतनी हैप्पी एंडिंग नहीं होती। इंटरनेट पर वर-वधू के बारे में दी गई जानकारी पूरी तरह से सही होती। उम्र से लेकर रंगत, कामकाज, पारिवारिक बैकग्राउंड तक को लोग छिपाते हैं। तो इस पर आंखें मूंद कर भरोसा करने की गलती न करें। जांच-पड़ताल इसमें भी बहुत जरूरी है। अगर आपको कोई रिश्ता अपनी बेटी या बेटे के लिए अच्छा लगे, तो उसके बारे में थोड़ी खोजबीन करने में किसी तरह की बुराई नहीं आखिरकार ये दो जिंदगियों का सवाल है।
ऐसा तो कई बार देखने को मिलता है कि मां-बाप अपने बच्चों की सही जानकारी देते हैं लेकिन बिचौलिए अपना कमीशन बनाने के चक्कर में सामने वाली पार्टी से झूठ बोल देते हैं और ऐसे-ऐसे वादे कर देते हैं, जिन्हें पूरा करना कई बार मुश्किल होता है। शादी के बाद जब सच्चाई सामने आती है तो वर-वधू ही नहीं परिवार में भी कलह होता है। तो अगर आप किसी बिचौलिए की मदद से अपने बच्चों के विवाह की बात कर रहे हैं तो उन पर भी नजर रखना बेहद जरूरी है। अकेले उन्हें बात करने के लिए न भेंजे क्योंकि ज्यादातर प्रॉब्लम होने के चांसेज़ तभी होते हैं।
बस करवा दो किसी तरह शादी…ऐसी मानसिकता भी कई बार झूठ बोलने पर मजबूर कर देती है। लड़का या लड़की किसी समस्या से जूझ रहे हैं, तो भी परिवार वालों को लगता है कि एक बार शादी हो जाए तो सब ठीक हो जाएगा, लेकिन आप ये नहीं सोचते कि किसी बीमार आदमी या औरत की शादी करा कर आप सामने वाले की जिंदगी भी खराब कर देते हैं। जो बहुत गलत है।
तो किसी भी रिश्ते की शुरूआत झूठ से न करें वरना रिश्ता निभाना मुश्किल हो जाता है और एक नई जिंदगी की शुरूआत में वैसे ही कई मुसीबतें आती हैं, तो उसे और ज्यादा कॉम्प्लीकेटेड न बनाएं।