नवंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण है। इस ग्रहण को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। चंद्र ग्रहण के 15 दिन बाद सूर्य ग्रहण है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार एक महीने तक वृषभ और सिंह राशि के जातकों को सावधान रहना होगा। चंद्र ग्रहण भारत के उत्तरपूर्वी इलाकों में कुछ समय दिखाई देगा। अंतिम चंद्र ग्रहण काल (भारतीय मानक समय) सुबह 11.34 बजे से शाम 05.33 बजे तक छह घंटे तक रहेगा। यह आंशिक ग्रहण है, ऐसे में इस काल में सूतक मान्य नहीं रहेगा।

ज्योतिषाचार्य के अनुसार 19 नवंबर, शुक्रवार को चंद्र ग्रहण वृषभ राशि में लगने जा रहा है। साथ ही कृत्तिका नक्षत्र में रहेगा। इस लिए वृषभ राशि और कृत्तिका नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातकों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। शास्त्र के अनुसार कृत्तिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव है। ऐसे में सूर्य से संबंधित राशिवालों को भी सतर्कता बरतनी होगी।

चंद्र ग्रहण का प्रभाव एक महीने तक रहेगा। इस दौरान वृषभ और सिंह राशिवालों को सावधानी रहना होगा।

वृषभ
चंद्र ग्रहण वृषभ राशि में लगने जा रहा है। इसलिए सबसे अधिक प्रभाव वृषभ राशि पर पड़ेगा। इस राशियों के जातक अगले एक महीने तक गैरकानूनी कार्यों दूर रहें। कोई अपमानजनक स्थिति पैदा हो सकती है। किसी के साथ अपनी कोई सीक्रेट बात साझा ना करें। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।

सिंह (Leo)
सिंह राशि के जातक महत्वपूर्ण वस्तुओं का ध्यान रखें। घर से संबंधित किसी कार्य में फिजूलखर्ची हो सकती है। पेट से संबंधित कोई परेशानी हो सकती है। जल्दबाजी में निर्णय ना लें। कोई व्यक्ति नजदीक आने की कोशिश करेगा। किसी के बहकावे में नहीं आएं।

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