हल्‍दी को अगर हम स्किन केयर में शामिल करें तो इसके इस्‍तेमाल से हाइपरपिग्मेंटेशन, मुंहासे, घावों, एक्जिमा और सोरायसिस जैसी समस्‍याओं को हील करने में मदद मिलती है. यही नहीं, झुर्रियों और ड्राइनेस की समस्‍या को भी ये आसानी से रोक सकती है. यही वजह है कि इसका इस्‍तेमाल भारत ही नहीं, एशिया में सैंकड़ों वर्षों से किया जाता रहा है. यहां हम आपको बताते हैं कि आखिर हल्‍दी को क्‍यों स्किन के लिए बेस्‍ट प्रोडक्‍ट की लिस्‍ट में शामिल किया जाता है और इसके क्‍या क्‍या फायदे मिलते हैं.

हेल्‍दीवेल्‍दीविडा के मुताबिक, हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होने के साथ-साथ एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीसेप्टिक और एंटी-माइक्रोबियल गुण भरपूर होते हैं जो उम्र बढ़ाने वाले फ्री रेडिकल्स से लड़ने की क्षमता भी रखता है.

हल्दी को अगर हम स्किन केयर में शामिल करें तो स्किन की समस्‍याओं जैसे सोरायसिस और एक्जिमा के असर को कम करने में भी ये मदद करती है.

अगर आप स्किन केयर में रेग्‍युलर हल्‍दी का इस्‍तेमाल करें तो ये काले धब्बे और हाइपरपिग्मेंटेशन को कम कर सकती है. अगर आप इस समस्‍या से परेशान हैं तो इसकी मदद से आप टैनिंग, हाइपरपिग्मेंटेशन को खत्म करने में भी मदद ले सकते हैं.

आप मुंहासे के इलाज के लिए भी हल्दी का इस्‍तेमाल कर सकते हैं. अगर आप हल्दी फेस मास्क का इस्‍तेमाल करें तो कुछ ही दिनों में मुंहासों के दाग को भी गायब करने में मदद मिलती है. यह पिंपल्स और ब्रेकआउट से होने वाली लालिमा को दूर करने में भी मदद करती है. आप हल्दी को सादे पानी या नारियल के तेल के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं और इसे निशान पर लगाएं. 10-15 मिनट के बाद धो लें.

हल्दी में हीलिंग गुण होता है जो त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने और झुर्रियों और महीन रेखाओं को कम करने में मदद करते हैंं. ये कोलेजन प्रोडक्‍शन को बढ़ाता है जिससे स्किन में लचीलापन बना रहता है.

हल्दी ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करती है जो शुष्क त्वचा के प्रमुख कारणों में से एक है. हल्दी में विटामिन बी6 भी होता है जो त्वचा को हेल्‍दी रखने के लिए जरूरी है.

चेहरे पर हल्दी का इस्‍तेमाल करने से स्किन को डीटॉक्‍स करने में मदद मिलती है जिससे स्किन सॉफ्ट और ग्‍लो करती दिखती है.

आंखों के नीचे मौजूद डार्क सर्कल से छुटाकारा पाने के लिए भी आप हल्‍दी का इस्‍तेमाल स्किन केयर में कर सकते हैं.