अहमदाबादः गुजरात के साबरकांठा में बवाल के बाद आणंद जिले में भी पथराव और आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं. पथराव की सूचना मिलते ही संबंधित इलाके में पुलिसबल की तैनाती की गई है. बल का इस्तेमाल करते हुए पुलिस ने हालात पर काबू पाया है. कुछ ही घंटों में एक से ज्यादा पथराव और बवाल की घटनाओं के बाद कई क्षेत्रों में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.
गुजरात में रविवार को उपद्रवियों ने साबरकांठा के छापरीया इलाके में रामनवमी की यात्रा के दौरान पथराव किया. पथराव के बाद मौके पर भगदड़ मच गई. हालात बेकाबू होते देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इसके बाद भी उपद्रवियों का हंगामा जारी रहा. अराजक तत्वों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी.
साबरकांठा में हालात संभलने के कुछ ही देर बाद राज्य के आणंद जिले में रामनवमी की शोभायात्रा पर पथराव किया गया. यहां भी उपद्रवियों ने शोभायात्रा पर पथराव किया और कई जगहों पर आगजनी की. हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी और आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े.
घटना रविवार की है जब रामनवमी की यात्रा छपरिया इलाके से गुजर रही थी. यात्रा शाम लगभग 4 बजे छपरिया के
रामजी मंदिर से शुरू हुई और शहर के कई इलाकों से गुजरते हुए इसे टॉवर चौक पहुंचना था. इस दौरान उपद्रवियों ने शोभायात्रा पर हमला बोले दिया. हमले में रामनवमी यात्रा में शामिल वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. हमलावरों ने कई वाहनों में आग लगा दी. हिंसा की सूचना मिलते ही हिम्मतनगर पुलिस का काफिला मौके पर पहुंच गया था. पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के कई गोले भी दागे.
पथराव और तोड़फोड़ के बाद पूरे इलाके में तनाव और अशांति फैल गई. शोभायात्रा पर पथराव के बाद श्रद्धालुओं में खासा आक्रोश देखने को मिला. स्थिति को नियंत्रित करने और आगे किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो, इसके लिए पुलिस अलर्ट मोड पर है. असामाजिक तत्वों और उनकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस पैनी नजर रखे हुए है.
इसी तरह की एक घटना पिछले सप्ताह राजस्थान के करौली में हुई थी जब 2 अप्रैल 2022 को भीड़ ने हिंदू नव वर्ष का जश्न मना रहे लोगों पर हमला कर दिया था. भीड़ ने कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया और कई वाहनों को या तो जला दिया या तोड़ दिया.