भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सरकार को निशाने पर रखा और कहा कि पहले सरकार धर्म की राजनीति करती थी, अब जातिवाद की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को निशुल्क बिजली देने का वायदा करने वाली सरकार अब उनके नलकूपों पर मीटर लगवा रही है।
टप्पल इंटरचेंज पर बृहस्पतिवार को आयोजित भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत में बाद में अधिकारियों को मंच पर बुलाया गया और उनके आश्वासन के बाद स्थानीय समस्याओं को लेकर पांच माह से चल रहा धरना समाप्त कर दिया गया। इससे पहले सुबह से ही यहां भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी और मंच पर रागिनी का कार्यक्रम चलता रहा। दोपहर करीब 12 बजे राकेश टिकैत महापंचायत में पहुंचे। बीस मिनट के संबोधन में राकेश टिकैत भाजपा पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनाव से पूर्व घोषणा पत्र में किसानों को निःशुल्क बिजली देने का वायदा किया था। लेकिन अब अधिकारी नलकूपों पर मीटर लगवा रहे हैं। बिजली विभाग के अधिकारी कहते हैं कि हमें फ्री बिजली देने के कोई आदेश नहीं हैं, राकेश टिकैत ने कहा कि बिजली मीटर लगवाने के आदेश भी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जब तक वर्तमान सरकार रहेगी तब तक बिजली निशुल्क चलेगी। यह बीजेपी के घोषणा पत्र में है।दिल्ली में पहलवानों के आंदोलन पर राकेश टिकैत ने कहा कि पोस्को एक्ट के आरोपी को गिरफ्तार नही किया जा रहा है। पहलवानों को न्याय नहीं मिला तो सोरम मुजफ्फरनगर में खाप पंचायत जो भी फैसला लेगी, उसका पालन किया जाएगा।
महापंचायत की अध्यक्षता डूंगर चौधरी व संचालन मंडल अध्यक्ष विमल तोमर और जिलाध्यक्ष सुंदर सिंह बालियान ने संयुक्त रूप से किया। इसमें प्रमुख रूप से उपस्थित और संबोधित करने वालों में महेंद्र सिंह चोरोली, बब्बन प्रधान मलखान सिंह, जिलाध्यक्ष सुंदर सिंह बालियान,ओमपाल सूर्यवंशी, राकेश प्रजापति कासगंज, सत्यदेव पाठक हाथरस, रविंद्र एटा, मनु चौधरी, उधम सिंह मनवीर सिंह, रनवीर यादव, जगराम रुद्रसिंह, विजयसिंह, वीरेंद्र, मलखान सिंह, रणवीर चाहर आगरा आदि मौजूद रहे।
जट्टारी। इसी बीच प्रदेश अध्यक्ष राजपाल शर्मा समस्याओं का तत्काल समाधान न होने से नाराज हो गए और मंच पर ही बिफर पड़े। किसान नेताओं के बीच आपस में तीखी नोकझोंक भी हुई और कुछ किसान उठकर चले गए।
महापंचायत के दौरान 11 सूत्रीय मांगों को लेकर किसानों का एक प्रतिनिध मंडल ने एस डी एम खैर मृणाली जोशी, सीओ राकेश द्विवेदी, राकेश सिसोदिया आदि अधिकारियों से वार्ता की। एसडीएम मनाली जोशी ने अपने स्तर की समस्याओं को समाधान कराने और अन्य के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत कराने की बात कही। साथ ही किसानों की समस्याओं को हल कराने के लिए नोएडा विकास प्राधिकरण और बिजली विभाग अधिकारियों की बैठक बुलाने के लिए समय सीमा तय की। इसके बाद पांच माह से चल रहे धरने को समाप्त करने की घोषणा कर दी गई। इससे पहले अधिकारियों को मंच पर बुलाया गया और वह बारी-बारी से अपने कार्य क्षेत्र से संबंधित समस्याओं के समाधान का आश्वान दे रहे थे। तभी ठोस समाधान नहीं होने पर हंगामा शुरू हो गया। संवाद
नलकूपों को निःशुल्क विद्युत आपूर्ति, टप्पल टाउनशिप में किसानों को सात प्रतिशत भूखंड देने, मुआवजे संबंधित समस्या, टप्पल लालपुर ग्राम सभा द्वारा आवंटित भूमि संक्रमण भूमि के पट्टे वापस खतोनी में दर्ज करने, टप्पल की आबादी का प्राधिकरण द्वारा सीमांकन कराने, अपनी जमीन में बनाए मकानों को वैध घोषित करने, प्राधिकरण द्वारा चिन्ह्त जमीन का सर्किल रेट एक समान करने, निराश्रित एवं आवारा पशुओं की व्यवस्था करने, किसानों की फसल के नुकसान की क्षति पूर्ति, पीड़ित व्यक्ति की प्राथमिकी तुरंत दर्ज करने, टप्पल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर महिला चिकित्सक की व्यवस्था करने, सिंचाई के लिए नहरों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने, टप्पल नगर पंचायत का निरस्तीकरण के बाद भी लिए जा रहे स्टांप शुल्क को बंद करने और पंचायत का दर्जा खत्म होने से पूर्व स्टांप शुल्क व्यवस्था को वापस करने आदि मांगों को लेकर पिछले पांच माह से किसान धरने पर बैठे थे।
जट्टारी। जनवरी 2021 में शासन ने जनपद में सात नई नगर पंचायतों के गठन की घोषणा की थी, उसमें टप्पल को भी शामिल किया था। बाद कैबिनेट के फैसले से 28 नवंबर 2022 को टप्पल का नगर पंचायत का दर्जा समाप्त कर इसे यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण में शामिल कर दिया गया। तभी से नगर पंचायत पर तैनात 60 सफाई कर्मी अनिश्चितकालीन धरने पर चले गए थे। उनके समर्थन में भाकियू नेता धरना देते चले आ रहे थे। सफाई कर्मियों ने राजस्व राज्य मंत्री अनूप प्रधान के आश्वासन पर एक माह में ही अपना धरना समाप्त कर दिया था। लेकिन भाकियू का ब्लॉक परिसर में धरना जारी था। आज राकेश टिकैत ने कहा कि नगर पंचायत की बहाली अब नहीं हो सकती, यह धरना व्यर्थ है। उनके निर्देश पर यह धरना भी समाप्त कर दिया गया।