नई दिल्ली। तीनों केंद्रीय कानूनों की मांग को लेकर दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर चल रहा किसाना का धरना-प्रदर्शन बृहस्पतिवार को 92वें दिन पहुंच गया। सिंघु के साथ टीकरी, शाहजहांपुर और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का धरना जारी है। इस बीच किसान संगठनों ने बृहस्पतिवार को देश की राजधानी दिल्ली में दूध व सब्जी आपूर्ति बंद करने की धमकी दी है। बाहरी दिल्ली के टीकरी बॉर्डर पर जुटे प्रदर्शनकारी निहंग सिखों ने एलान किया है कि अभी तो दिल्ली के चार रास्तों को ही बंद किया गया है। आने वाले दिनों में अब अन्य सभी रास्ते भी बंद किए जाएंगे। इसी के साथ दिल्ली में दूध और सब्जी की आपूर्ति भी रोक दी जाएगी।

किसान प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया गया तो दिल्ली के सभी 90 रास्ते बंद किए जाएंगे। निहंग सिखों ने मंच से यह एलान किया है। उन्होंने साफ-साफ कहा है कि धरना-प्रदर्शन की आगे की कड़ी में दिल्ली में दूध व सब्जियों की आपूर्ति नहीं होने दी जाएगी।

यहां पर बता दें कि पश्चिमी दिल्ली के टीकरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों की संख्या बेहद कम रह गई है। पिछले कुछ दिनों से काफी कम संख्या में प्रदर्शनकारी दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार के साथ दोबारा बातचीत शुरू नहीं होने से ज्यादातर किसान प्रदर्शनकारी निराश है। इसके साथ ही दबी जुबान से किसान संगठनों को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

गौरतलब है कि राकेश टिकैत ने किसानों कहा है कि वे अपने ट्रैक्टर में डीजल भरवा लें, जल्द ही 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली कूच करेंगे। हमें जमीन बचाने को सरकार से लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने किसानों के साथ पुलिसकर्मियों की भी चिंता की। भाकियू नेता टिकैत ने बुधवार को आगरा के किरावली में किसान महापंचायत को किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून के नाम पर व्यापारियों को लाभ नहीं देने दिया जाएगा। मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वे भी आंदोलन का हिस्सा बनें।